एनटीपीसी के सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसब्लिटी) फंड से शौचालय निर्माण में 230 करोड़ की हेराफेरी मामले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। सीबीआई झारखंड-बिहार के संयुक्त निदेशक राजीव रंजन के नेतृत्व में औरंगाबाद के नवीनगर स्थित एनटीपीसी के दफ्तर में टीम पहुंची। इस मामले से जुड़ी सभी फाइलों को दिनभर खंगाला। एनटीपीसी के एजीएम आरके उपाध्याय से सीबीआई ने पूछताछ भी की है।
सूत्रों के अनुसार, एनटीपीसी के सीएसआर फंड से औरंगाबाद, अरवल, रोहतास और जहानाबाद में शौचालय निर्माण किया गया था। इस निर्माण में लगभग 230 करोड़ की राशि खर्च दिखायी गई, लेकिन धरातल पर ऐसा नहीं हुआ है। कई स्थानों पर जहां शौचालय निर्माण का उल्लेख किया गया है, वहां कोई शौचालय नहीं है। जिन शौचालय का निर्माण हुआ भी है, वह भी मानक के अनुरूप नहीं हैं। औरंगाबाद के देव, बारुण और नवीनगर प्रखंड के सरकारी स्कूलों में शौचालय निर्माण किया गया। इस सिलसिले में पुराने जर्जर शौचालय को ठीक कर नया निर्माण दिखाए जाने की भी शिकायतें सामने आई थीं। ज्यादातर जगहों पर चहेते संवेदक को काम देकर लाखों रुपये की निकासी की गई।
एनटीपीसी के एजीएम से पूछताछ
इस हेराफेरी में एनटीपीसी के एजीएम आरके उपाध्याय को आरोपी माना जा रहा है। उनसे सीबीआई ने पूछताछ की है। कई और अफसरों की संलिप्तता सामने आई है। सीबीआई ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अनुसंधान शुरू कर दिया है। इस मामले में जल्द ही कई अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है। जांच एजेंसी कइयों से पूछताछ भी कर सकती है।