कोलकाता स्थित सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में केंद्रीय जांच ब्यूरो की दो टीमों ने पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डेमोंस्ट्रेटर देबाशीष सोम से अलग-अलग पूछताछ शुरू की है।
घोष से कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक स्थित सीबीआई के केंद्र सरकार कार्यालय (सीजीओ) में पूछताछ की जा रही है, बल्कि एजेंसी के मध्य कोलकाता स्थित निजाम पैलेस कार्यालय में सोम से पूछताछ की जा रही है।
घोष से पिछले महीने अस्पताल परिसर में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या के संबंध में पूछताछ की जा रही है। सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई की विशेष अपराध इकाई का कार्यालय है, जिसके अधिकारी बलात्कार और हत्या मामले की जांच कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर सोम से आरजी कर में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पूछताछ की जा रही है।निजाम पैलेस में सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा का कार्यालय है, यहां जांचकर्ता वित्तीय विसंगतियों के मामले की जांच कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि आरजी कर के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक और उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ को भी सोमवार को सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय में तलब किया गया है।
रविवार को सीबीआई अधिकारियों की तीन टीमों ने तीनों के आवासों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया। इसके अलावा सोमवार को दोपहर में निजाम पैलेस ले जाया गया, जहां उससे चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई।
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के अंत में वशिष्ठ को सोमवार को पेश होने का नोटिस भी थमा दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य मामलों के बीच संबंध स्थापित करना है, पहला मामला बलात्कार और हत्या का है और दूसरा वित्तीय अनियमितताओं का है।
वरिष्ठ और जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ मेडिकल छात्रों सहित प्रदर्शनकारी चिकित्सा बिरादरी के प्रतिनिधियों ने पहले ही दावा किया है कि जूनियर डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या के पीछे छिपे हुए तथ्य हैं।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया है कि पीड़िता को अस्पताल के बारे में कुछ रहस्यों के बारे में पता चलने की कीमत चुकानी पड़ी।