बिहार में केंद्रीय जीएसटी संग्रह में 19.50 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 18 हजार 289 करोड़ रुपये राजस्व का संग्रह हुआ था। 2022-23 के दौरान इसमें 19.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। 21 हजार 200 करोड़ रुपये टैक्स का संग्रह किया गया, जो निर्धारित लक्ष्य 20 हजार करोड़ से भी अधिक है।
केंद्रीय जीएसटी संग्रह में यह अब तक का रिकॉर्ड है। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी इसके 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक के संग्रह होने का अनुमान जताया जा रहा है। कोविड-19 के कारण इसमें थोड़ी गिरावट दर्ज की गई थी और 13 हजार 670 करोड़ रुपये टैक्स संग्रह हो पाया था। 2019-20 के दौरान यह 15 हजार 580 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी संग्रह किया गया था।
केंद्रीय जीएसटी मद में 21 हजार 200 करोड़ का यह संग्रह बिहार और झारखंड को मिलाकर यानी पटना-रांची जोन का है। परंतु सिर्फ बिहार से भी बात करें, तो इसमें भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह 2021-22 के दौरान 7 हजार 133 करोड़ रुपये था, जो 2022-23 में बढ़कर 8 हजार 554 करोड़ रुपये हो गया।
इसमें केंद्रीय उत्पाद कर समाहित नहीं है। अगर इसे भी जोड़ दिया जाए, तो बिहार से 2021-22 के दौरान 15 हजार 991 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ था। 2022-23 के दौरान यह बढ़कर 17 हजार 784 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।