देशभर में इस साल लोकसभा का चुनाव होना है। इसको लेकर न सिर्फ राजनीतिक दल बल्कि चुनाव आयोग भी अपनी तैयारी में जूट गया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने बिहार सहित सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। यह बैठक अगले सप्ताह आयोजित हो सकती है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि यह बैठक 11-12 जनवरी को संभावित है।
दरअसल, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार इस बैठक में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के साथ संभावित तारीखों पर चर्चा होगी। बैठक के तत्काल बाद आयोग की टीम बिहार सहित अन्य राज्यों का दौरा करेगी और उसके बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा। फरवरी के पहले पखवारे में चुनाव आयोग की टीम बिहार का दौरा कर सकती है।
वहीं, चुनाव के इस बैठक को लेकर जो बातें निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार 2019 की तुलना में थोड़ा पहले चुनाव की घोषणा हो सकती है। उम्मीद है कि इस बार फरवरी के अंतिम सप्ताह या फिर 10 मार्च के पहले चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।2019 में 10 मार्च को चुनाव की घोषणा हुई थी। इस बार होली का पर्व मार्च के अंतिम सप्ताह में है और इसको ध्यान में रखकर तारीखें तय होंगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि -इस बार अप्रैल में ही चुनाव के तीन चरण हो सकते हैं। हालांकि , इस पर अंतिम निर्णय चुनाव आयोग को ही लेना है।
उधर, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की गाइडलाइन 21 दिसंबर को ही जारी कर दी है। आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि निर्वाचन कार्यों से सीधे तौर पर जुड़े अफसरों को उनके गृह जिलों या उन जिलों में तैनात नहीं किया जाएगा जहां वे लंबे समय तक काम कर चुके हैं। इस दायरे में डीएम-एसपी से लेकर उनसे नीचे के कई पुलिस व प्रशासनिक अफसर आ जाएंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया 31 जनवरी तक पूरी होनी है।