“चम्पारण सत्याग्रह” बनी पहली फिल्म जिसके सभी कलाकार, लोकेशन व तकनीशियन केवल बिहार के
युवराज मीडिया एण्ड एंटरटेनमेंट की फिल्म “चम्पारण सत्याग्रह” बिहार की पहली फिल्म बनी, जिसके सभी कलाकार, लोकेशन और तकनीशियन केवल बिहार के लिए गए हैं। उपरोक्त बातें लेखक, अभिनेता व निर्देशक डा राजेश अस्थाना ने उपस्थित मीडियाकर्मियों से कही। डा अस्थाना ने बताया कि फ़िल्म “चम्पारण सत्याग्रह” के निर्माण के समय ही यह तय कर लिया गया था कि इस फिल्म में काम करने वाले सभी सेक्टर के लोग केवल बिहार के ही रहेंगे। उन्होंने बताया कि इसी वजह से फ़िल्म के लोकेशन, कलाकार, तकनीशियन के साथ साथ डबिंग आर्टिस्ट भी केवल बिहार के ही लिए गए हैं। फ़िल्म का पोस्ट प्रोडक्शन अंतिम चरण में है।
ज्ञात हो कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में पहले असहयोग आंदोलन के रूप “चम्पारण सत्याग्रह’’ का नाम स्वर्णाक्षरों में उल्लेखित है। आज की युवा पीढ़ी चम्पारण सत्याग्रह को न के बराबर जानती है। उन्हें यह मालूम नही है कि उनके पूर्वजों ने कितनी कुर्बानियां दी है। पूरी फ़िल्म सम्पूर्ण विश्व में चम्पारण के अतीत के अनछुए पहलुओं से रूबरू कराएगी।
युवा फ़िल्मकार ई युवराज द्वारा निर्मित “चम्पारण सत्याग्रह” की परिकल्पना, कथानक, स्क्रिप्ट, संवाद, अभिनय एवं निर्देशन का जिम्मा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त बिहार के चर्चित फिल्मकार डा राजेश अस्थाना ने स्वयं संभाला है। फ़िल्म की सह निर्मात्री डा सीमा रानी, अस्मिता राज, सुरभि श्रीवास्तव व अशोक सहनी हैं, तो गीतकार चम्पारण के ही गीतों के राजकुमार की उपाधि से विभूषित पंडित अश्विनी कुमार आँसू एवं डा राजेश अस्थाना हैं। संगीतकार स्नेहाशीष शिबू देब हैं।
फ़िल्म में डीओपी अशोक माही, कास्टिंग डायरेक्टर शहज़ाद खान, बिजनेस हेड आकाश मित्तल, प्रोडक्शन हेड सम्राट, स्थिर छाया रिंकू गिरी का है तो संपादन मुंबई में चर्चित फ़िल्म संपादक कृष्ण मुरारी यादव, पोस्ट प्रोडक्शन जी फोकस स्टूडियो मुम्बई, डी आई संपादन राज मिनरुल, वीएफएक्स रितेश, क्रोमा रविन्द्र कुमार, थ्री डी सुरेन्द्र पंडित, मिक्सिंग शाहनवाज़ एवं साउंड डिजाइन राजा यादव के हैं।
वही बिजनेस हेड आकाश मित्तल, कला राज कुमार उपाध्याय, सहायक निर्देशक चन्दन झा, कंचन सिंह एवं बबिता श्रीवास्तव, प्रोडक्शन कंट्रोलर राममणि एवं चंदेश्वर, रूप सज्जा माइकल एवं श्वेता राज का है। कॉरपोरेट रूप में बन रही फ़िल्म “चम्पारण सत्याग्रह” सुप्रसिद्ध गाँधीवादी ब्रजकिशोर सिंह लिखित पुस्तक “चम्पारण में बापू” एवं डा राजेश अस्थाना लिखित पुस्तक “चम्पारण सत्याग्रह गाथा” से संदर्भित है।
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