भारत में वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन हो रहा है। इस टूर्नामेंट को राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला जा रहा है। लीग स्टेज में 9-9 मुकाबले खेलने के बाद टॉप 4 पोजीशन पर रहने वाली टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी। लेकिन यहां से भी बची हुई टीमों के लिए खेल खत्म नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह वर्ल्ड कप मानक है 2025 में होनी वाली चैंपियंस ट्रॉफी के क्वालिफिकेशन का। इस वर्ल्ड कप की टॉप-8 टीमें ही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा ले पाएंगी।
2017 के बाद होगी वापसी
आपको बता दें कि 2017 के बाद 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई है। होस्ट होने के नाते अगर पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप 2023 में 9वें स्थान पर भी रहती तो उसे ऑटोमेटिक क्वालीफिकेशन मिल जाएगा और पॉइंट्स टेबल की टॉप 7 टीमें चैंपियंस ट्रॉफी में जगह बना लेंगी। अगर पाकिस्तान टॉप 8 में से किसी पोजीशन पर रहता है तो उसे जोड़कुर पहले आठ स्थानों की टीमें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई कर लेंगी।
क्या है मौजूदा हाल?
वर्ल्ड कप के 38 मैच हो चुके हैं और पॉइंट्स टेबल में बांग्लादेश से हारकर श्रीलंका की टीम 8वें स्थान पर खिसक गई है। श्रीलंका को अपना अंतिम मुकाबला न्यूजीलैंड से खेलना है जो कीवी टीम के लिए करो या मरो का मुकाबला है। नीदरलैंड 9वें स्थान पर है जिसे इंग्लैंड और भारत के साथ खेलना है। अगर श्रीलंका की टीम एक और मैच यहां से हारी और नीदरलैंड व इंग्लैंड ने जीत दर्ज की तो उसके व बांग्लादेश के लिए चैंपियंस ट्रॉफी का टिकट मुश्किल हो सकता है।
विश्व विजेता हो जाएंगे बाहर
मौजूदा समय के डबल चैंपियन यानी वनडे व टी20 के चैंपियन अंग्रेज यानी इंग्लैंड की टीम के ऊपर चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने का खतरा है। इंग्लैंड को बचे हुए दो मुकाबले पाकिस्तान और नीदरलैंड से खेलने हैं। पाकिस्तान के लिए यह करो या मरो का मैच होगा। इंग्लैंड सेमीफाइनल की रेस से तो बाहर ही है। लेकिन क्या 10वें स्थान से यह टीम खुद को टॉप 8 में पहुंचा पाएगी या नहीं, यह देखने वाली बात होगी। इंग्लैंड का हाल मौजूदा समय में बेहद खराब है। इंग्लिश टीम 7 में से छह मैच हार चुकी है। अगर इंग्लैंड टॉप 8 में नहीं आ पाई तो विश्व विजेता चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से बाहर हो जाएंगे।