वाईएसआरसीपी के वफादार अधिकारियों को नहीं बख्सेंगे चन्द्रबाबू नायडू, गिफ्तार करनेवाले आईपीएस अधिकारी से मिलने से किया इंकार, खुफिया प्रमुख को बैरंग लौटाया वापस
सियासत बदलने के बाद ही प्रशासन की भी रूप रेखा बदलने लगती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण आन्ध्र प्रदेश हैं। जहाँ तेलगु देशम पार्टी के प्रमुख चन्द्रबाबू नायडू ने जोरदार वापसी की है। चन्द्रबाबू नायडू की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में जहाँ 16 सीटें जीतकर किंग मेकर की भूमिका में आ गयी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में भी टीडीपी ने वापसी की है। आगामी 9 जून को चन्द्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। सियासी फेरबदल के साथ ही राज्य के कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का नायडू के मिलने जुलने का सिलसिला शुरू हो गया है।
हालाँकि चंद्रबाबू कई अधिकारियों को बख्शने के मूड में नहीं है। ऐसे में टीडीपी के कई नेताओं को गिरफ्तार कर वाईएसआरसीपी के कट्टर वफादार के रूप में चर्चित रहे वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारी अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। इसका लक्षण अब परिलक्षित भी होने लगा है। नायडू के यहां उंडावल्ली स्थित आवास पर गुरुवार को बड़ी संख्या में वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारी और वरिष्ठ नेता उनसे मुलाकात करने पहुंचे। लेकिन उन्होंने कई अधिकारियों से मिलने से भी इंकार कर दिया। उन्होंने हाल ही में सेवानिवृत्त हुए अतिरिक्त डीजीपी एबी वेंकटेश्वर राव से मुलाकात की। जो छह दिन पहले ही अपने पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
हालाँकि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू से मिलने के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और आईजीपी कोल्ली रघुरामी रेड्डी भी आवास पहुंचे। जिन्होंने एसआईडी प्रमुख के तौर पर चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास मामले में गिरफ्तार किया था। इनसे चंद्रबाबू नायडू ने मिलना पसंद नहीं किया और उन्हें वापस जाना पड़ा। टीडीपी सरकार की आहट के साथ ही रेड्डी को सभी पदों से हटाकर बुधवार से मुख्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश जारी कर दिया गया था।
वहीँ पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) पीएसआर अंजनेयुलु शिष्टाचार के तौर पर नायडू से मुलाकात के लिए आवास पर गए। लेकिन आवास पर तैनात सुरक्षा अधिकारियेां ने उन्हें बैरंग लौटा दिया। उन्हें तेदेपा प्रमुख ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया था। इसके अलावे भी कई वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने नायडू से फोन पर बात करने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने बात करने में अनिच्छा जताई।
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