बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के बीच जारी आपसी विवाद के बीच शुक्रवार से रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप का मैच शुरू हुआ. जहां बिहार ने टॉस जीतकर मुंबई को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने शाम पांच बजे तक 67 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 235 रन बनाए. हालांकि इस दौरान बीसीए की भद्द पिट गई, क्योंकि रणजी ट्रॉफी का मैच खेलने के लिए बिहार की 2 टीमें पहुंच गईं. नौबत मारपीट तक पहुंच गई।
बीसीए ओएसडी पर जानलेवा हमला:एक ओर जहां बिहार अपना ऐतिहासिक मैच खेलने के लिए आज का दिन याद रखेगी. वहीं इस मैच से जुड़ी एक ओर याद याद रखी जाएगी. बीसीए का आपसी विवाद खुलकर मैदान में देखने को मिला. दरअसल टॉस से पूर्व बीसीए सचिव गुट की टीम खेलने को पहुंची थी, जिसे सख्ती के साथ ग्राउंड पर प्रवेश से रोक दिया गया।
बीसीए के ओएसडी पर जानलेवा हमला: वहीं, मौजूद पुलिस बल ने उन्हें बैरंग उनके ही बस में बैठाकर स्टेडियम से बाहर कर दिया. कुछ देर के बाद अज्ञात लोगों ने बीसीए के ओएसडी पर जानलेवा हमला कर दिया. उनके साथ मारपीट की गई. वहीं पत्थर से उनके सिर पर प्रहार कर जख्मी कर दिया गया. समाचार लिखे जाने तक अज्ञात के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत की सूचना नहीं है।
मुंबई का एक प्लयेर बगैर खाता खोले वापस: इस दौरान मुंबई की ओर से अब तक सर्वाधिक 65 रन भूपेन लालवानी ने बनाए, जिन्हें सकीबुल गनी ने कैच आउट कराया. वहीं, मुंबई के तीन प्लेयर दहाई अंकों में रन नहीं बना सके, जबकि एक को बगैर खाता खोले वापस लौटना पड़ा।
शिवम दुबे ने संभाला कमान:सुवेद पारकर के 50 रन बनाकर आउट होने के बाद मुंबई की पारी सिमटती दिखी. लेकिन फिर शिवम दुबे और तनुष कोटियन ने इसे सम्मानजक स्थिति में पहुंचाया. शिवम ने 41 और तनुष ने 50 रनों की पारी खेली।
सबसे किफायती गेंदबाज रहे कप्तान:बिहार की ओर से वीर प्रताप सिंह ने चार विकेट लिए. सकीबुल गनी और हिमांशु सिंह ने दो-दो विकेट झटके. कप्तान आशुतोष अमन सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए हैं, जिन्होंने 10 ओवर मैं 26 रन देकर एक विकेट लिए हैं. इनमें दो मेडन ओवर भी हैं. बिहार की ओर से नवाज ने तीन मेडन ओवर किए।
मुंबई के स्टार प्लेयरों ने मैच से बनाई दूरी: पटना में पहली बार एलीट ग्रुप का मैच हो रहा है. मोइनुल हक स्टेडियम में हो रहे इस मैच को देखने के लिए क्रिकेट प्रेमियों के बीच काफी उत्साह देखा गया. क्रिकेट फैंस के बीच मुंबई टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे और धवल कुलकर्णी आकर्षण का केंद्र बने हुए थे. लेकिन फैंस को निराश करने वाली बात यह रही कि मुंबई के कप्तान अंजिक्य रहाणे, तुषार देशपांडे और धवल कुलकर्णी इस मैच में नहीं खेल रहे. अजिंक्य की जगह सम्स मुलानी को कप्तानी सौंपी गई है।
बिना तामझम के हुए सत्र का आगाज: गौरतलब हो कि मुंबई रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे सफल टीम है. एक ओर जहां करीब 47 वर्षों के बाद बिहार रणजी के एलिट ग्रुप में खेलते देखने का सपना पटनावासियों संग पूरे बिहार का पूरा हुआ।