उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा में आने वाली तीर्थयात्रियों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने गुरुवार को बताया है कि अभी तक 30 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारों धामों के दर्शन कर लिए हैं। इनमें से 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ के दर्शन किए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भक्तों को सुरक्षित और सुचारू दर्शन प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि अभी करीब साढ़े चार महीने तक चार धाम की यात्रा (Char Dham Yatra 2023) चलेगी। यानी 14 नवंबर 2023 तक श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे।
इतनी श्रद्धालु पहुंचे यहां
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस कर्मी भक्तों के लिए सुचारू दर्शन और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, अब तक 30 लाख से अधिक (गंगोत्री- 5,35,327; यमुनोत्री- 4,65,295; केदारनाथ- 10,17,195; बद्रीनाथ- 8,98,221; हेमकुंड साहिब- 88,455) श्रद्धालु चार धाम के दर्शन करके अपने घर जा चुके हैं।
इस बीच, एहतियाती के तौर पर मानसून के मौसम को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने शुक्रवार (17 जून) को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें राज्य की सभी सेवाओं के कर्मचारियों को अगले छह महीने के लिए छुट्टी पर न जाने और हड़ताल पर जाने से रोक दिया गया है। बता दें कि 17 मई को सीएम धामी ने करीब 22.25 करोड़ रुपये की लागत से ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों के लिए पंजीकरण कार्यालय सह ट्रांजिट कैंप का उद्घाटन किया था।
इस दिन खुले थे चारों धामों के कपाट
बता दें कि चार धाम यात्रा में चार पवित्र मंदिर गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर भक्तों के लिए खोले गए थे। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले।