भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर चैटजीपीटी (ChatGPT) निर्माता ओपनएआई (OpenAI) ने सनसनीखेज दावा किया है. इसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एआई के जरिए भारत के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी. ये काम इजराइल की एक कंपनी ने किया था.
लोकसभा चुनाव अंतिम चरण में है. छह चरण का मतदान हो चुका है. आखिरी फेज की वोटिंग एक जून को होगी. इसी बीच चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई ने बड़ा और सनसनीखेज दावा किया है. इसमें कहा है कि एआई के जरिए भारत के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी. इसकी भनक लगते ही एक्शन लिया गया और 24 घंटे के भीतर इसको नाकाम कर दिया गया था.
ओपनएआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इजराइल की एक कंपनी ने गाजा मामले के साथ ही भारत में चुनावों पर भी कुछ कंटेट तैयार किया था. इस कंपनी का नाम एसटीओआईसी (STOIC) है, जो कि पॉलिटिकल कैंपेन मैनेजमेंट फर्म है. मई में एसटीओआईसी ने भारत के चुनावों को लेकर ऐसे कमेंट प्लान करने शुरू किए, जिससे बीजेपी को निशाना बनाया जा सके. साथ ही इसने कांग्रेस को फायदा पहुंचाने वाले कमेंट लिखे.
’24 घंटे से भी कम समय में इसे कंट्रोल किया’
रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही इसकी जानकारी मिली, हमने 24 घंटे से भी कम समय में इस पर कंट्रोल किया. ओपनएआई का कहना है कि उसने इजराइल से चल रहे कुछ अकाउंट्स पर रोक भी लगाई है. ये अकाउंट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ ही यूट्यूब के लिए कंटेट तैयार कर रहे थे. मई की शुरुआत में अंग्रेजी कंटेंट के जरिए भारत के लोगों को टारगेट करना शुरू किया गया. इससे पहले अंग्रेजी और हिब्रू भाषा के माध्यम से कनाडा, अमेरिका और इजरायल में लोगों को टारगेट किया जा रहा था.
यह हमारे लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा: राज्य मंत्री
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि ये साफ है कि देश की कुछ पार्टियों और उनके कैंपेन से भाजपा को टारगेट किया जा रहा था. यह हमारे लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है. देश के अंदर और बाहर से कुछ लोग ऐसे साजिश रच रहे हैं. इसकी जांच और खुलासा की जरूरत है.