पुलिस कमिश्नरेट की सूरजपुर थाना पुलिस ने हनी ट्रैप में लोगों को फंसाकर उनसे रुपए ऐंठने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने इसमें एक मां, बेटी (नाबालिग) समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह लोग बीते 6 महीने से गैंग बनाकर युवकों को मैसेज भेजकर फंसाते थे और लाखों रुपये की ठगी करते थे। पुलिस ने गिरोह को संचालित करने वाले फर्जी वकील, उसके साथी, दो महिला और एक बाल अपचारी महिला को गिरफ्तार किया है।
इस गैंग के शिकार एक पीड़ित ने थाना सूरजपुर पर एक महिला कविता तथा उसके साथी फारूख (फर्जी वकील) व उनके अन्य साथियों पर लड़की से मिलाने का झांसा देकर मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी देने और जेल भिजवाने के नाम पर 1,63,000 रुपये ठगने की शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फारूख, कविता, विष्णु उर्फ डमरू, पूजा और एक बाल अपचारी महिला (कविता की बेटी) को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से कई सामान, 82,000 रुपये नगद, मोबाइल और वैगनार कार बरामद हुई है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि गिरोह की मुख्य सरगना कविता है, जो अपने साथी फारूख व कुछ पुरुष साथियों, खुद की बेटी, भतीजी और अन्य लड़कियों के साथ मिलकर किसी भी व्यक्ति को हनी ट्रैप में फंसाती है। इसके बाद उसे सुनसान जगह पर ले जाकर जेल भिजवाने की धमकी देकर ठगी करते थे। गैंग ने कई वारदातों को अंजाम दिया है।
5 जनवरी 2023 को गैंग की महिला ने एक पड़ोसी युवक के खिलाफ छेड़छाड़ की घटना थाने में दर्ज कराई थी। पीड़ित से पैसे लेने के बाद घटना को झूठा करार दिया था। इसी तरह 22 सितंबर 2023 में कविता ने अपनी ही कंपनी में काम करने वाले एक युवक पर छेड़खानी का आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र दिया था। यह मामला जांच में झूठा साबित हुआ था। 25 अक्टूबर को थाना बीटा-2 में एक युवक पर रेप और अबॉर्शन जैसे गंभीर आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र दिया गया। बाद में लगभग 4 लाख रूपये लेकर प्रार्थना पत्र को वापस लिया गया।