बिहार के छपरा में चुनावी हिंसा का मामला तूल पकड़ा हुआ है. छपरा गोलीकांड मामले में एसआईटी की एंट्री हो गई है, जिससे बिहार की सियासत गर्म है. एसआईटी की टीम गुरुवार को बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पहुंची. बताया जा रहा है कि पुलिस टीम ने अंगरक्षकों के दुरुपयोग के आरोपों की जांच की, वहीं बॉडीगार्ड्स के संबंध में भी जानकारी ली. फिलहाल जांच टीम की ओर से इस मामले पर कुछ नहीं कहा गया है।
सम्राट चौधरी ने रोहिणी पर लगाए आरोप: आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि रोहिणी आचार्य के साथ जो बॉडीगार्ड चुनाव के दिन मौजूद थे. वह राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के बॉडीगार्ड थे उसकी जांच होगी. कहीं ना कहीं इसी मामले को लेकर पुलिस टीम आज राबड़ी आवास जांच को पहुंची थी. पुलिस की टीम ने इस मामले को लेकर कुछ भी नहीं कहा है।
सारण में वोटिंग के दौरान हिंसाः बता दें कि सारण लोकसभा सीट पर पांचवें चरण के मतदान के दौरान एक बूथ पर बवाल हुआ था. इस घटना के बाद मंगलवार को छपरा के भिखारी चौक पर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई. इस दौरान गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गयी, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. इस मामले में रमाकांत सोलंकी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है।
रोहिणी आचार्य के बूथ पर पहुंचने के बाद हुआ बवालः बताया जाता है कि सोमवार को वोटिंग खत्म होने से ठीक आधे घंटे पहले आरजेडी कैंडिडेट रोहिणी आचार्य बूथ संख्या 318 पर गयी थीं. रोहिणी आचार्य के बूथ पर आने को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया. जिसके बाद आरजेडी और बीजेपी समर्थकों के बीच टकराव हुआ था. हालांकि तब पुलिस ने हालात को काबू कर लिया था।
रूडी और रोहिणी आचार्य के बीच मुकाबलाः दरअसल सारण लोकसभा सीट से लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ रही हैं तो उनके सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी है. ऐसे में दोनों के बीच महा मुकाबला देखने को मिल रहा है. बहरहाल सारण हिंसा के बाद रोहिणी आचार्य इस मामले में घिरती नजर आ रही हैं।