पवित्र सावन महीना चल रहा है। पहले सोमवार के बाद श्रद्धालुओं का आना बढ़ गया है। बाबा भोलेनाथ की भक्ति में बड़े तो बड़े छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी खिलखिलाते झूमते गंगाजल लेकर बैधनाथ धाम की 105 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करने रवाना हुए हैं। कच्ची कांवड़िया पथ पर छोटे छोटे बच्चे जब अपने माता पिता के साथ चलते हैं तो लोग भी आश्चर्यचकित रह जाते हैं। कई लोग इन बच्चों को छोटू बम कहते हैं।
भारत के कई राज्यों से बच्चे अपने पेरेंट्स के साथ कंधे पर गंगा जल लेकर या कांवड़ लेकर चल रहे हैं। छोटे छोटे बच्चों से पूछे जाने पर बच्चों का उत्साह देखते बन रहा था। किसी बच्चे ने कहा बाबा भोलेनाथ से आशीर्वाद लेने जा रहे है तो किसी ने कहा डॉक्टर बनने तो किसी ने कहा माँ बाप की खुशी के लिए जा रहे हैं। बच्चों के जज्बे से बड़े भी उत्साह से आगे बढ़ रहे हैं।
बता दें कि श्रावणी मेला उद्घाटन होने से सप्ताह भर बीत गया है और और कल की सोमवारी के बाद से बैधनाथ धाम में जल चढ़ाने के लिए सुल्तानगंज में कांवड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हालांकि सोमवारी से पहले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी गयी थी।
लेकिन इसके बाद कांवड़ियों की संख्या बढ़ रही है रविवार से ही जल चढ़ाने से वाले कांवड़िया तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। वही छोटे-छोटे बच्चे खेलते कूदते झूमते बोल बम का जयकारा लगाते हुए उत्साह पूर्वक बाबा की नगरी जा रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे को बोल बम जाता देख और भगवान भोलेनाथ के प्रति श्रद्धा भक्ति को देख लोग आश्चर्यचकित हैं।