बिहार में बाढ़ और सुखाड़ की तैयारियों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम हाउस में मीटिंग की। समीक्षा के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक भी जुड़े रहे। इसमें भारत मौसम विज्ञान विभाग पटना के निदेशक ने इस वर्ष मॉनसून सत्र के दौरान बारिश के पूर्वानुमान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो से तीन दिनों में मॉनसून के आने की संभावना है। सभी जिलों में वर्षा होने की उम्मीद है।
बिहार में बाढ़-सुखाड़ की तैयारियों पर समीक्षा बैठक
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेजेंटेशन दिया। संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों से संबंधित मुख्य बातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार बाढ़ पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। सभी जिलों और संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं। नाव संचालन, पॉलिथिन शीट, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स/फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी।
विकास आयुक्त सह जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार और कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने अपने-अपने विभागों की ओर से संभावित बाढ़-सुखाड़ की स्थिति से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी दी। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदय कांत ने बाढ़/सुखाड़ जैसी आपदाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने और आपदा के क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी।
‘खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का’
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। राज्य सरकार बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद करती है, इसे ध्यान में रखते हुए सभी संबद्ध विभाग और अधिकारी सतर्क रहें।
बाढ़ और सुखाड़ दोनों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहें। आपदा प्रबंधन विभाग लागातार मॉनिटरिंग करते रहे कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि भू-जलस्तर पर नजर रखें और पेयजल का इंतजाम रखें। हर घर नल का जल योजना से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेनटेन रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, इसकी भी लगातार निगरानी करें और इसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित करें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें। हर चीज पर नजर रखनी है और पूरी तरह से सतर्क रहना है। मुस्तैदी के साथ सभी लोग लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को राहत मिलेगी। सभी संबद्ध विभाग जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर कार्य करें।
नीतीश कुमार ने कहा कि जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां रखें। जिलाधिकारी क्षेत्रों में जाएं और वस्तु स्थिति की जानकारी लें। जिलाधिकारी क्षेत्र में लोगों से बात करें और पिछले वर्षों में आपदा की स्थिति में किए गए कार्यों को भी ध्यान में रखते हुए आपदा से निपटने हेतु कार्ययोजना बनाएं। अन्तरविभागीय समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि लोगों को सुविधा और सहूलियत मिले।