केके पाठक का मामला आज फिर से दोनों सदन में सुनाई पड़ा. विपक्षी सदस्य लगातार यह कह रहे हैं की जिस तरह मुख्यमंत्री के फरमान को अधिकारी बिहार में नहीं मान रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि बिहार अब मुख्यमंत्री के हाथ में नहीं बल्कि ब्यूरोक्रेट के हाथ में है।
‘नीतीश को इस्तीफा दे देना चाहिए’- RJD: राष्ट्रीय जनता दल के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि जो हालात पैदा हुए हैं उसको देखकर यह कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन के अंदर सरकारी विद्यालय की टाइमिंग की घोषणा की थी. कहा था कि 10:00 बजे से 4:00 बजे तक स्कूल में पढ़ाई होगी।
“सीएम ने तो कहा था कि स्कूल के शिक्षक 9:45 बजे पर स्कूल पहुंचेंगे. बावजूद इसके केके पाठक इसको मानने को तैयार नहीं है. आप समझ लीजिए कि मुख्यमंत्री के आदेश का सीधा-सीधा अवहेलना अधिकारी कर रहे हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं.”- भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
‘बिहार में ब्यूरोक्रेट हावी’: उन्होंने कहा कि सीएम की चुप्पी का मतलब साफ है कि बिहार में ब्यूरोक्रेट हावी है. ऐसे में मंत्री क्या मुख्यमंत्री की बातों को भी नहीं सुना जा रहा है. यह स्थिति बनाने वाले अगर कोई है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. जनता सब कुछ देख रही है. मुख्यमंत्री को न जनता से मतलब है ना कोई मंत्री से मतलब है ना सदन से मतलब है ना कोई विधायक से मतलब है. ऐसे मुख्यमंत्री को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए।
पीएम मोदी पर भाई वीरेंद्र का हमला: उनसे जब सवाल किया गया कि सत्ता पक्ष के लोग कह रहे हैं कि नेता प्रतिपक्ष सदन में मौजूद नहीं रहते हैं, इस पर भाई वीरेंद्र ने कहा कि पहले भाजपा के लोगों से यह पूछिए कि जब लोकसभा का सत्र चलते रहता है तो फिर देश के प्रधानमंत्री किस तरह से विदेश दौरा पर जाते हैं. हमारे नेता तेजस्वी बिहार में ही है और लगातार जनता के बीच मौजूद होकर सरकार से सवाल पूछ रहे हैं. इसमें गलत क्या है।