हिट एंड रन कानून के विरोध में मंगलवार को ट्रांसपोर्टरों की ओर से देश के विभिन्न राज्यों में बड़ी हड़ताल का आयोजन किया गया था। सरकार ने ट्रांसपोर्टरों के साथ सुलह कर के उनसे काम पर लौटने की अपील की है। हालांकि, मध्य प्रदेश के शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों से बात करते हुए कलेक्टर इतने नाराज हो गए कि उन्होंने ड्राइवरों से उनकी औकात के बारे में बात कर ली। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद कलेक्टर की काफी आलोचना हो रही है। अब मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी शाजापुर कलेक्टर पर कड़ा एक्शन लिया है।
पद से हटाए गए कलेक्टर
शाजापुर में ट्रक डाइवर्स से औकात पूछने वाली घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले में बड़ा एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को पद से हटा दिया है। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि यह सरकार गरीबों की सरकार है, सबके काम का सम्मान होना चाहिए और भाव का भी सम्मान होना चाहिए। किशोर कन्याल को उपसचिव मध्य प्रदेश शासन बनाया गया है तो वहीं, ऋतू बाफना को शाजापुर कलेक्टर बनाया गया है।
ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं
शाजापुर कलेक्टर के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हम लगातार गरीबों की सेवा कर रहे हैं। मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं होगी। सीएम मोहन यादव ने कहा कि मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है।
कलेक्टर ने दी थी सफाई
ट्रक ड्राइवर से बहस का वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर किशोर कान्याल ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया था और कहा था कि उनका इरादा किसी को चोट पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने कहा कि यह बात आहत करने के इरादे से नहीं कही गई थी। “डीएम के कार्यालय ने यह भी कहा कि वह व्यक्ति बार-बार बैठक में खड़ा हो रहा था और चर्चा में व्यवधान पैदा कर रहा था, उन्होंने कहा कि इरादा किसी को चोट पहुंचाने का नहीं था।”
ड्राइवर ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में जब ड्राइवर पप्पू अहिरवार से बात की तो उसका कहना था कि कलेक्टर साहब ने ड्राइवर को भड़काने का काम किया था। पप्पू अहिरवार का कहना था कि हम ड्राइवर लोग हमारी समस्या से कलेक्टर साहब को अवगत करवा रहे थे तभी कलेक्टर साहब मेरे ऊपर भड़क गए और मेरी औकात के बारे में बात करने लगे। जब उससे यह प्रश्न किया गया कि कलेक्टर को हटा दिया गया है इसमें आप क्या कहेंगे तो उसका कहना था कि मैं एक छोटा सा ड्राइवर हूं इसमें मैं कुछ नहीं कह सकता और मैं कुछ नहीं जानता कि मुझे क्या कहना है। बाद में पप्पू अहिरवार ने यह जरूर कहा कि उन्होंने ड्राइवर को भड़काने का काम किया था जिस पर प्रशासन ने जो निर्णय लिया है वह पालन करते हैं और उसे मानते हैं ।