बिहार के गया में चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के युवा विंग की पूरी कमेटी ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। करीब 100 नेता कार्यकर्ता के इस्तीफा देने की खबर है। इसे लेकर लोजपा (राम विलास) के युवा विंग के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता की।
आरोप लगाया है कि पार्टी में नेताओं कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिया जा रहा, बल्कि एक विशेष पक्ष के लिए ही ध्यान दिया जाता है। जबकि चिराग पासवान बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का नारा देते हैं, लेकिन ठीक इसके विपरीत उनकी पार्टी में खास पक्ष की ही सुनी जाती है और टोह ली जाती है। वहीं, जमीन से जुड़े नेताओं कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जाता है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए लोजपा रामविलास के युवा जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि हम लोग पिछले 10 सालों से लोजपा रामविलास से जुड़े हैं, लेकिन अपनी ही पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। हमारी टोह लेने वाला प्रदेश में कोई नेता नहीं है। एक खास पक्ष की ही बात सुनी जाती है।
कहा की बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में मारपीट के एक मामले में चिराग पासवान पहुंचे, लेकिन टिकारी में एक की हत्या कर दी गई, लेकिन उसमें लोजपा रामविलास की कोई टीम नहीं आई। इसी प्रकार हमारी पार्टी के युवा विंग के नेता की माँ की तबीयत खराब थी औऱ एम्स में भर्ती थी। लेकिन उनकी माँ के इलाज में कोई मदद नहीं की गई। इस तरह के कई ऐसे कारण है, जो हमें मान सम्मान से वंचित और उपेक्षित कर रहे थे और यही वजह रही कि इससे अजीज आकर हम लोगों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। अब आने वाले दिनों में निर्णय करेंगे, कि आगे क्या करना है।