बिहार और केंद्र में भाजपा के साथ मिलकर सियासत कर रहे चिराग पासवान ने झारखंड को लेकर खास रणनीति बनाई है. केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इतना ही नहीं लोजपा (रा) झारखंड में एनडीए गठबंधन या अकेले चुनाव लड़ने सहित सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। पासवान का यह बयान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के उस बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि झारखंड में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार किया है.
दरअसल, लोजपा (रामविलास) केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का हिस्सा है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पासवान ने रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, “लोजपा की राज्य इकाई गठबंधन या अकेले चुनाव लड़ने सहित सभी विकल्पों पर चर्चा कर रही है.” चिराग पासवान रविवार को धनबाद में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड में लोजपा (रामविलास) का मजबूत जनाधार है। उन्होंने कहा, “जब मैं पैदा हुआ था, तब झारखंड एकीकृत बिहार में था। यह मेरे पिता की कर्मभूमि रही है। पार्टी ने राज्य में मजबूत जनाधार विकसित किया है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी।”
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा, “भाजपा झारखंड चुनाव में आजसू पार्टी और जेडीयू के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी। सहयोगी दलों के साथ 99 प्रतिशत सीटों पर समझौता हो चुका है। शेष एक या दो सीटों के लिए चर्चा चल रही है और जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।” सरमा ने कहा कि इस संबंध में औपचारिक घोषणा पितृ पक्ष के बाद की जाएगी, जो 2 अक्टूबर को समाप्त होगा। झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव इस साल के अंत में होने हैं। उनके इस बयान से चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा था. अब चिराग ने पलटवार करने की मुद्रा में झारखंड को लेकर अपना प्लान तय कर दिया है.