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CM ममता बनर्जी ने की केजरीवाल के परिजनों से बात, जानें क्या कहा?

दिल्ली शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश में सियासी हलचल का माहौल है, इस क्रम में वेस्ट बंगाल की सीएम ने केजरीवाल के परिजनों से बात की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के परिजनों से बात की है. सीएम ममता बनर्जी ने ईडी द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा की है. मुख्यमंत्री का कहना है कि INDIA गठबंधन के नेता आज चुनाव आयोग से मिलकर ‘जानबूझकर निशाना बनाने’ और ‘विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी’ के खिलाफ आपत्ति जताएंगे. ममता बनर्जी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से सुनीता केजरीवाल से बातचीत की और उनको हर मदद का वादा किया.  आपको बता दें कि दिल्ली शराब नीति केस में ईडी ने कल यानी गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की टीम शाम को उनके आवास पर पहुंची और सीएम केजरीवाल को 10वां समन जारी किया और उनसे दो घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया।

देश के लोकतंत्र पर करारी चोट

तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कहा कि ईडी का यह कदम देश के लोकतंत्र पर करारी चोट है. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं. यह अपमानजनक है कि कैसे जनता द्वारा चुने गए गैर-बीजेपी राज्यों में मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लोकतंत्र पर हमला ही कहा जाएगा कि एक दल विशेष में शामिल होने के बाद सीबीआई/ईडी जांच के तहत आरोपी व्यक्तियों को दण्ड से मुक्ति के साथ अपने कदाचार जारी रखने की अनुमति है।

चुनाव आयोग से मिलेगा विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के सहयोगी हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि आज इंडिया गठबंधन के नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाए जाने के लिए अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे. वहीं, बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. बीजेपी सांसद सुंधाशू त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल भारतीय इतिहास के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने गिरफ्तारी के बाद भी अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिनको गिरफ्तारी के बाद भी अपना पद छोड़ने की कोई चिंता नहीं है. दूसरे शब्दों में कहें तो अरविंद केजरीवाल इस मामले में लालू प्रसाद यादव से भी आगे निकल गए हैं।