झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा में आज चंपई सोरेन को विश्वास मत हासिल करना है। विधानसभा में इसको लेकर कार्यवाही चल रही है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सदन में विश्वास मत पेश कर दिया है। सदन में सरकार के विश्वास मत पेश करने के बाद उसपर वाद-विवाद के बाद वोटिंग शुरू होगी।
विश्वास मत पेश करते हुए सीएम चंपई सोरेन ने सदन में कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी लेकिन सरकार बनने के बाद से ही बीजेपी सरकार को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश शुरू कर दी थी। सरकार बनते ही कोरोना महामहारी आ गयी लेकिन हेमंत सोरेन ने किसी को भूखे मरने नहीं दिया। राज्य के बाहर पलायन कर रहे मजदूरों को हवाई जहाज से झारखंड लाया। कोरोना महामारी खत्म हुई तो सरकार ने बड़े पैमाने पर काम शुरू किया लेकिन फिर से ये लोग सरकार को गिराने और अस्थिर करने के कोशिश में लग गये।
उन्होंने कहा कि इन लोगों (बीजेपी) ने अपनी एजेंसी द्वारा हमरे हेमंत बाबू को जेल भेजा और सरकार गिरा ही दिया। चंपई सोरेन ने कहा कि हम हेमंत सोरेन के सभी काम और योजनाओं का आगे लेकर जायेंगे। हेमंत बाबू ने गरीब बच्चों को विदेश भेजा। राज्य बनने के बाद यहां विपक्ष की सरकार बनी। झारखंड के खनिज और माइंस को लूट लिया। आदिवासी मूलवासी को क्या मिला? जब-जब यहां आदिवासी मूलवासी की सरकार बनती है, इन्हें दर्द होने लगता है। एक ऐसे मामले में हेमंत को जेल भेजा गया, जिसका न खाता है और न बही।