INDIA गठबंधन की बैठक में गुस्सा हुए CM नीतीश, इस नेता ने मांगा हिंदी भाषण का इंग्लिश ट्रांसलेशन

GridArt 20231220 153453997

इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस की मंगलवार को दिल्ली में बैठक बुलाई गई। इसके बाद अब जो इस बैठक से जानकारी निकल कर सामने आ रही है। उसके मुताबिक़ इस बैठक में बिहार से शामिल हुए जदयू के नेता नीतीश कुमार न सिर्फ नाराज हुए बल्कि इस बैठक में शामिल हुए एक नेता भड़क गए।

दरअसल, दिल्ली की बैठक में नीतीश ने अपनी बातों को रखना शुरू किया और सीएम नीतीश कुमार ने अपनी पूरी बातों को हिंदी में रखा। उसके बाद इस बैठक में शामिल डीएमके नेता और पार्टी के कोषाध्यक्ष टीआर बालू ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार  के भाषण का इंग्लिश ट्रांसलेशन मांग लिया। जसिके बाद सीएम नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी नाराजगी जाहिर कर दी।

बताया जाता है कि, दिल्ली की बैठक में जब बिहार के सीएम नीतीश कुमार को अपनी बात रखने को कहा गया तो पहले से नाराज नीतीश कुमार ने अपनी बात हिंदी में कहनी शुरू कर दी। लेकिन, नीतीश के भाषण के दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और डीएमके पार्टी के नेता टीआर बालू  काफी अहसज दिखें। इसके बाद टीआर बालू ने अपने दूसरे तरफ बैठे राजद सांसद मनोज झा को इशारा करते हुए पूछा कि – क्या आप नीतीश के भाषण का इंग्लिश  में अनुवाद कर सकते हैं।

उसके बाद टीआर बालू ने जैसे ही मनोज झा से भाषण का अनुवाद करने की अपील की तो इसके लिए मनोज झा ने नीतीश से इसकी अनुमति मांगी। जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री इस बात पर भड़क गए।  उन्होंने कहा कि हम अपने देश को हिंदुस्तान कहते हैं. हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है।  हमें यह भाषा आनी चाहिए।  नीतीश के इतना कहने पर CPI नेता डी राजा ने आग में पानी डालने का काम किया और कहा कि- भाषा के मुद्दे को बीच में नहीं लाना चाहिए। उसके बाद यह मुद्दा शांत हो गया।

मालूम हो कि , INDIA की बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम पद के उम्मीदवार के नाम को लेकर चर्चा की।  इस दौरान ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा। ममता की ओर से खड़गे को पीएम उम्मीदवार घोषित किए जाने पर आप नेता अरविंद केजरीवाल ने ममता का समर्थन किया। इसके बाद जो सूत्रों से जानकारी मिली है उसके अनुसार नीतीश कुमार काफी नाराज हो गए और जब उन्हें बोलने का मौका मिला तो हिंदी में अपनी बात रखने और जब उनकी बातों का अनुवाद करने को  कहा गया तो वो भड़क गए।

उधर, विपक्षी एकजुटता के बीच INDIA की बैठक में राम मंदिर का मुद्दा भी उठाया गया। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने राम मंदिर का मुद्दा उठाया और कहा कि बीजेपी इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि INDIA  को इस मामले पर बीजेपी से मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.