पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल दोनों सदनों में जिस तरीके से प्रजनन दर पर चिंता जताते हुए जो बात कही उसे ना केवल बिहार बल्कि पूरे देश में उनकी निंदा हो रही है. पीएम मोदी ने भी सीएम नीतीश को लेकर कहा है कि उन्होंने जो बयान दिया है वो बेहद ही शर्मिंदा करने वाला है।
ऐसे में अब बिहार के मुजफ्फरपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है. एक तरफ जहां विपक्ष ये कह रहा है कि उनका मानसिक संतुलन खो गया है उन्हें इलाज की जरूरत है. दूसरी तरफ अब गुस्साए लोगों ने एक्शन लेना भी शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है. मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सदन में जिस तरिके कल उन्होंने महिलाओं को लेकर बयान दिया था उसके खिलाफ अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह कोर्ट में मामला दर्ज कराया है. इस मामले में सुनवाई 25 नवंबर को होगी. सीएम के ऊपर ये आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एक संवैधानिक पद पर रहते हुए ऐसी टिप्पणी की है जो बेहद ही शर्मिंदा करने वाली है. कोर्ट ने इस मामले को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जब संवैधानिक पद पर बैठे लोग ऐसी बात करेंगे तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम इसका विरोध करते हैं. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल दोनों ही सदनों में प्रजनन दर पर चिंता जताते हुए ऐसी बातें कही जिस सुन वहां बैठा हर व्यक्ति शर्म से पानी पानी हो गया. हालांकि मुख्यमंत्री ने अपने दिए गए बयान को लेकर आज सदन में माफी भी मांगी है और खुद अपने बयान की निंदा की है, लेकिन सीएम के खिलाफ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां सदन में विपक्ष का हंगामा देखने को मिल रहा है और दूसरी तरफ अब उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया।