बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत बुधवार को बांका पहुंचे. सीएम के आगमन को लेकर जिले में पुलिस व्यवस्था चुस्त दुरुस्त दिखी. शहर के चप्पे-चप्पे पर काफी संख्या में पुलिस प्रशासन की तैनाती की गई थी. सीएम नीतीश कुमार ने सदर अस्पताल परिसर में करोड़ों रुपए की लागत से नवनिर्मित मॉडल अस्पताल का उद्घाटन किया. वहीं, इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिजिटल लाइब्रेरी में इंग्लिश में लिखावट देखकर सीएम ने नाराजगी प्रकट करते हुए इसे हिंदी में करने को कहा.
भूमिहीन परिवारों को बासगीत पर्चा का किया वितरण वितरण
सीएम नीतीश कुमार नवनिर्मित मॉडल अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद आरएमके मैदान पहुंचे, जहां आयोजित कार्यक्रम के दौरान 600 भूमिहीन परिवारों के बीच बासगीत पर्चा का वितरण किया गया. वहीं, इसके अलावे पिछले दिनों जिला प्रशासन द्वारा जिस 500 एकड़ भूमि की जमाबंदी रद्द की गई है. इसको लेकर सीएम नीतीश ने सहकारी भूमि मिशन संकल्प पुस्तिका का विमोचन किया. इसके बाद सीएम नीतीश ने इंदौर स्टेडियम और जीविका दीदी द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया.
हजारों की संख्या में उमड़ी थी लोगों की भीड़
सीएम को सुनने व देखने के लिए आरएमके के मैदान में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी थी. मुख्यमंत्री के एक झलक पाने के लिए घंटे से लोग खड़े होकर इंतजार कर रहे थे. नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में बांका पहला जिला है, जहां सरकारी जमीन से अतिक्रमण मुक्त करा कर भूमिहीनों को पर्चा देकर बसाया जा रहा है, इसी तरह सभी जिलों में यह लागू किया जाएगा.
कई नेता और अधिकारी मौजूद रहे
बांका में प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर सीएम नीतीश कुमार करीब एक घंटे तक यहां रुके, इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस प्रशासन की कड़ी चौकस व्यवस्था थी. जिले के हर सीमा को सील कर दिया गया था. प्रस्तावित कार्यक्रम के समापन के उपरांत सीएम नीतीश कुमार करीब 11:30 बजे हेलीकॉप्टर से जमुई के लिए प्रस्थान कर गए. वहीं, इस मौके पर बांका के सांसद गिरधारी यादव, बेलहर के विधायक मनोज यादव, डीआईजी, धोरैया के विधायक भूदेव चौधरी, डीएम अंशुल कुमार, प्रभारी एसपी अमित रंजन सहित काफी कई नेता और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे.