मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को दिल्ली रवाना हो गए। दिल्ली में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होनी है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद नीतीश और मोदी की यह पहली मीटिंग होगी। सीएम नीतीश गुरुवार को वापस पटना लौटेंगे। पीएम मोदी के अलावा उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात होगी।
दरअसल, नीतीश कुमार ने पिछले महीने ही महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में वापसी की और बिहार में नई सरकार का गठन किया था। नई सरकार का विधानसभा में बहुमत परीक्षण अभी बाकी है। 12 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है और पहले दिन ही नीतीश की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा। वैसे तो एनडीए के पास बहुमत का आंकड़ा है फिर भी सबकी निगाहें फ्लोर टेस्ट पर टिकी हुई है।
क्योंकि, आरजेडी के नेता खेला होगा का दावा कर रहे हैं और कांग्रेस को टूट का डर भी सता रहा है। फ्लोर टेस्ट से पहले नीतीश का दिल्ली दौरा अहम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पीएम नरेंद्र मोदी से करीब पांच महीने बाद मुलाकात होगी। इससे पहले सितंबर 2023 में जी20 सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति भवन के डिनर में उनकी मुलाकात हुई थी। उस वक्त नीतीश महागठबंधन में थे, फिर भी दोोनों नेता मुस्कुराते हुए एक-दूसरे से मिले थे। उनकी फोटो भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी।
जेडीयू की ओर से नीतीश कुमार के पीएम नरेंद्र मोदी से बुधवार को होने वाली बैठक को शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है। मगर सियासी मायने में यह मुलाकात काफी अहम है। सीएम नीतीश अपनी पार्टी जेडीयू के अध्यक्ष भी हैं। लोकसभा चुनाव में अब बहुत कम समय बचा है। बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। इस बार एनडीए में बीजेपी, जेडीयू के अलावा लोजपा के दोनों गुट, आरएलजेडी और HAM भी है। ऐसे में सीट बंटवारा बीजेपी और जेडीयू के लिए टेढ़ी खीर भी साबित हो सकता है।