मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लालू यादव के उस ऑफर पर बड़ा बयान दिया जिसमें राजद सुप्रीमो ने अपने दरवाजे जदयू प्रमुख के लिए खुले होने की बात कही थी. मुजफ्फरपुर में प्रगति यात्रा पर पहुंचे सीएम नीतीश ने एनडीए के साथ अपने मौजूदा रिश्ते और लालू यादव के ऑफर पर कई अहम बातें कही. इसमें बिहार में नये सियासी गठबंधन की अटकलों पर भी सीएम नीतीश ने विराम लगाया.
लालू यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे खुले हैं. नीतीश को पुरानी गलतियों के लिए माफ़ करने और फिर से स्वागत करने का लालू ने बयान दिया था. इसके बाद से ही नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने की अटकलों को और ज्यादा बल मिला.
मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश ने लालू के बयान पर कहा कि उन्हें नवंबर 2005 से बिहार में काम करने का मौका मिला. बिहार के विकास के लिए वे लगातार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग निरंतर विकास का काम कर रहे हैं. 2005 से पहले बिहार की हालत खराब थी. शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी. हिंदू मुस्लिम विवाद की काफी खबरें आती थी. अब बिहार की स्थिति बदल गई है. महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान है.
उन्होंने कहा कि वे एनडीए में ही रहेंगे. कहीं नहीं जा रहे हैं. लालू यादव के ऑफर और एनडीए से अलग होने की अटकलों को सीएम नीतीश से सिरे ख़ारिज कर दिया. बिहार विधानसभा चुनाव में वे एनडीए के साथ मिलकर ही उतरेंगे इस पर उन्होंने फिर से अपनी स्थिति स्पष्ट की.
उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि वे पिछली बार दो बार गलती से इधर-उधर चले गये. लेकिन अब वे कहीं नहीं जा रहे हैं. एनडीए के साथ ही रहेंगे. बिहार के विकास के लिए जो कार्य किया जा रहा है उसे ही आगे बढ़ाया जायेगा.