CM नीतीश की घोषणा पर हुआ अमल, अब ‘छुटभैया नेता’ भी अपनी उपलब्धि लेने को हैं बेताब

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान पूर्वीचंपारण जिले के अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ मंदिर के विकास की घोषणा की थी. इसके बाद सरकार ने मंदिर के विकास व अन्य कार्यों के लिए एक अरब छह करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति दे दी. सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद अब उपलब्धि लेने की होड़ मच गई है. विधायक से लेकर अदना सा नेता भी अपनी उपलब्धि लेने को बेताब है. विधायक प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी उपबल्धि बता रहे तो अदना सा जेडीयू नेता भी घूम-घूम कर अपनी उपलब्धि बता रहा. वैसे अरेराज/मोतिहारी की जनता जानती है, किसके प्रयास से मंदिर के विकास की गाथा लिखी गई.

एक अरब से अधिक राशि से मंदिर का होगा विकास

4 फरवरी को बिहार कैबिनेट की बैठक में सोमेश्वर नाथ मंदिर अरेराज के विकास से जुड़े प्रस्ताव पर मुहर लगी. सोमेश्वर नाथ मंदिर अरेराज में पर्यटकीय विकास के लिए 54 करोड़ 22 लाख 60हजार तीन सौ रु, वही दो पुल निर्माण के लिए 15 करोड़ 79 लाख 58 हजार रुपए के साथ कुल 70 करोड़ 2 लाख 18 हजार 300 रू स्वीकृत किए गए हैं. वहीं, पथ निर्माण विभाग द्वारा अरेराज शिव मंदिर से फतुहा चौक तक की सड़क के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य के लिए 36 करोड़ 52 लाख ₹5000 रु स्वीकृत किए गए हैं. इस तरह से अरेराज मंदिर के विकास पर एक अरब 6 करोड़ 54 लाख 23300 की स्वीकृति दी गई है.

दो आरसीसी पुल का भी होगा निर्माण

सोमेश्वर नाथ मंदिर अरेराज में पर्यटकीय विकास के लिए स्वीकृत 54 करोड़ 22 लाख 60 हजार रुपए की राशि से चाहरदीवारी, प्रवेश द्वार, शौचालय ब्लॉक, गेस्ट हाउस का निर्माण, स्थलीय विकास, गार्ड-टिकट एवं प्रवेश पर गोला, गज़ीबो, बैंक्विट हॉल, पार्किंग, चेंजिंग रूम, एमेनिटीज हाल, पूर्व से अवस्थित गेस्ट हाउस का जीर्णोद्धार, लाइट एवं साउंड सिस्टम, गेस्ट हाउस का आंतरिक सज्जा एवं अन्य कार्य किया जाना है. योजना का कार्यान्वयन पर्यटन विकास निगम के द्वारा किया जाएगा . वहीं, मंदिर तक सुलभ पहुंच के लिए दो आरसीसी ब्रिज का भी निर्माण किया जाना है. जिसका निर्माण पुल निर्माण निगम के द्वारा किया जाएगा. इस योजना पर होने वाला व्यय पर्यटन विभाग द्वारा किया जाएगा. अरेराज शिव मंदिर से फतुहा चौक की सड़क का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का कार्य पथ निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा.

बड़े से लेकर गली-मोहल्ले वाले नेता भी अपनी उपलब्धि लेने में जुटे 

बिहार कैबिनेट ने 4 फरवरी को जैसे ही सोमेश्वर महादेव मंदिर के विकास को लेकर योजना की स्वीकृति मिली, इसके बाद कुछ नेता सक्रिय हो गए। अगले दिन प्रेस कांफ्रेंस कर उपलब्धि बताई जाने लगी. बताया जाने लगा कि उनके प्रयास से मंदिर के विकास के लिए सरकार ने मुहर लगाई. भाजपा विधायक इसे सबसे बड़ी उपलब्धि बताते फिर रहे. विधायक से दो कदम आगे क्षेत्र के एक ब्लॉक स्तरीय जेडीयू नेता निकल गए हैं. वे घूम-घूम कर बता रहे, उनकी वजह से मंदिर के विकास को लेकर योजना की स्वीकृति मिली है. वैसे जेडीयू के उक्त नेता के कर्मों के बारे में क्षेत्र के लोग पूरी तरह से वाकिफ हैं. बता दें, सोमेश्वर नाथ मंदिर के विकास को लेकर इतनी बड़ी राशि (एक अरब 6 करोड़ 54 लाख 23300 रू)  की योजना की स्वीकृति दिलाने की क्षमता किसी ब्लॉक लेवल नेता में नहीं. फिर भी जेडीयू का उक्त नेता क्षेत्र से लेकर पटना तक अपनी उपलब्धि बताते फिर रहे.

एक बड़े अधिकारी के नाम की हो रही चर्चा 

बता दें, अरेराज स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर का पर्यटकीय विकास  जमीन उपलब्ध नही होने से लंबे समय से अधर में लटका था. अरेराज एसडीओ अरुण कुमार व सीओ उदय प्रताप सिंह के अथक प्रयास से जमीन उपलब्ध कराया गया. जिसके बाद विकास का रास्ता प्रशस्त हुआ. मंदिर के विकास को लेकर इतनी बड़ी योजना की स्वीकृति के पीछे एक आईएएस अधिकारी की बड़ी भूमिका होने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि वे पूर्वी चंपारण जिले के निवासी हैं. उनके प्रयास से ही निचले स्तर पर जमीन की जो समस्या थी, उसका समाधान कराया गया. इसके बाद सरकार ने अरेराज मंदिर के विकास को लेकर योजना स्वीकृत किया. क्षेत्र के व्यवसायी से लेकर प्रबुद्ध वर्ग के लोग सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर के पर्यटकीय विकास का श्रेय सीएम नीतीश कुमार,पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा, सचिव लोकेश कुमार,डीएम सौरभ जोरवाल ,एसडीओ अरुण कुमार के साथ-साथ एक तत्कालीन एसडीओ व एक चिकित्सक को दे रहे हैं.

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