बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में आयोजित समारोह में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किया और विधिवत समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को लेकर बड़ा ऐलान किया।
पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुए इस मेगा इवेंट को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए भी सामान्य परीक्षा लेंगे और उनको सरकारी कर देंगे। हालांकि, उन्हें वेतन तो दे ही रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि अब हमलोगों ने सोच लिया है कि जो नियोजित शिक्षक हैं, उनके लिए हम एक मामूली परीक्षा का आयोजन करेंगे, उसके बाद उनको भी परमानेंटली सरकारी बनाएंगे, उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दे देंगे, ये हमलोगों की इच्छा है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब काम होने के बाद सुचारू रूप से पढ़ाई होगी। इसके साथ ही सीएम नीतीश ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को निर्देश देते हुए कहा कि 1 लाख 20 हजार जो पद रिक्त है, उसको दो महीने के अंदर पूरा करा दीजिए ताकि इनकी भी तेजी से बहाली हो जाए। उन्होंने अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरी देने का सरकार का वादा पूरा करने की बात दोहरायी।
सीएम नीतीश ने केके पाठक से आग्रह करते हुए कहा कि करिएगा न जी, ये मेरा आग्रह है। इसके बाद वे शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर की तरफ मुखातिब हुए और कहा कि करिएगा न जी…खड़े होकर बताइए…सहमत हैं न बोलिए…दो ही महीना में बाकी जो बचा है, उसको करवा दीजिए। सहमत हैं न…हम यही चाहते हैं कि तेजी से हो जाए।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज के कार्यक्रम में दो पूर्व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और विजय चौधरी भी हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने अन्य राज्यों के लोगों की नियुक्ति पर कहा कि देश एक है। हालांकि कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। 88 प्रतिशत बिहार के लोगों की बहाली हुई है तो 12 प्रतिशत दूसरे राज्यों के हैं। इसके साथ ही ओमान और कतर के लोग भी हैं।