भोपाल। सीधी में दलित पर बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा पेशाब करने की घटना से बैकफुट पर आई बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुटी है. प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित के पिता दशमत रावत को सीएम हाउस बुलाकर उसे सम्मान से कुर्सी पर बैठाकर उसके पैर पखारे. इसके बार तिलक किया और फिर शॉल उड़ाकर सम्मान किया. सीएम ने पीड़ित के पिता को नारियल और भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की. सीएम ने घटना को लेकर दुख व्यक्त किया. सीएम ने कहा कि घटना से मेरा मन द्रवित है, मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर पीड़ित के पिता से मांफी है।
सीएम ने पीड़ित से चर्चा की:दशमत को सीएम ने सुदामा कहा. सीएम बोले दशमत तुम अब मेरे दोस्त हो. सीएम ने पीड़ित के पिता से पूछा बच्चे पढ़ रहे हैं. पीड़ित ने हां में जवाब दिया. सीएम ने फिर पूछा उन्हें छात्रवृत्ति मिल रही है. जवाब मिला उन्हें बजीफा मिल रहा है. सीएम ने कहा कि और कोई परेशानी तो नहीं है. जवाब मिला और कोई परेशानी नहीं है. सीएम ने उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा कि कोई परेशानी हो तो बताना. सीएम के सवाल पर पीड़ित के पिता ने कहा कि वे पल्लेदारी का काम करते हैं कुबेरी मंडी में. हाथ गाड़ी पर बोरियां ढोने का काम करता हूं. इसके बाद सीएम ने कहा कि मुझे वह घटना देखकर बहुत दुख हुआ. मैं माफी चाहता हूं, क्योंकि यह मेरी ड्यूटी है मेरे लिए तो जनता ही भगवान जैसी है, इसके बाद सीएम ने कहा चलो अब नाश्ता करेंगे।
सियासत के केंद्र में सीधी केस: दरअसल सीधी में बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा आदिवासी युवक पर पेशाब किए जाने की घटना से प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है. कांग्रेस द्वारा इस मुद्दे को आदिवासी अस्मिता से जोड़कर पेश किया जा रहा है. प्रदेश में लगातार हो रहे आदिवासियों से जुड़े अपराधों को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए 5 नेताओं की कमेटी भी गठित की है, जो आज सीधी पहुंचेगी. उधर सीएम के निर्देश पर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी पर एनएसए की कार्रवाई भी की गई है।