मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को दिल्ली में नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ तत्काल एक्शन लेने का आदेश जारी किया है। दिल्ली की मेयर शैली ओबेराय ने अपने पत्र में लिखा है कि दिल्ली भर में फैले उन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए जो अपने बेसमेंट में कॉमर्शियल गतिविधियां चला रहे हैं। ये नियमों के खिलाफ है। साथ ही बिल्डिंग से जुड़े नियमों का भी उल्लंघन है। शैली ओबेरॉय ने लिखा है कि ऐसी इमारतों की पहचान करने के लिए तुरंत जांच शुरू की जाए। साथ ही राजेंद्र नगर में हुए हादसे में अगर एमसीडी का कोई भी अधिकारी दोषी पाया जाता है। तो उसके खिलाफ भी कड़ा से कड़ा एक्शन लिया जाए।
बीजेपी ने AAP सरकार पर बोला हमला
उधर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राजेंद्र नगर में जो हुआ है। वह हादसा नहीं मर्डर है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? सरकार द्वारा इस तरह के मामलों में दिए गए आदेश का क्या हुआ। ये छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। दिल्ली सरकार के मंत्रियों की हिम्मत नहीं है कि वह घटनास्थल पर जा पाएं। पूरी दिल्ली सरकार में करप्शन में डूबी हुई है। स्थानीय लोग लगातार नालों की सफाई की मांग कर रहे थे। दिल्ली सरकार क्या कर रही थी? आम आदमी पार्टी की सरकार ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। छात्रों की क्या गलती है? यही कि वे दिल्ली पढ़ने आए? दिल्ली सरकार को शर्म आनी चाहिए।
‘स्वाति मालीवाल गो बैक के नारे…’
घटना के बाद रविवार की सुबह आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल राजेंद्र नगर में घटनास्थल पर पहुंचीं तो उन्हें आक्रोशित छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। छात्रों ने स्वाति मालीवाल गो बैक के नारे लगाए। छात्रों ने कहा कि हम आपको इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने देंगे।
बता दें कि राजेंद्र नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। घटना 27 जुलाई की रात की है। मरने वाले छात्रों की पहचान नवीन, श्रेया और तानिया के रूप में हुई है। 28 वर्षीय छात्र नवीन डालविन केरल के रहने वाले थे। वहीं श्रेया यादव, उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर की थी, एक अन्य छात्रा 25 वर्षीय तानिया सोनी की भी घटना में मौत हो गई है।
कोचिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग
श्रेया यादव के रिलेटिव धर्मेंद्र यादव ने छात्रों की मौत पर कहा कि हमें आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली। न तो कोचिंग संस्थान ने जानकारी दी और न ही प्रशासन ने, मैंने समाचार देखा और वहां पहुंचा। पहले पोस्टमार्टम हाउस गया और मैंने चेहरा दिखाने की गुजारिश की ताकि पहचान कर सकूं। लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया कि ये पुलिस केस है। उन्होंने फिर एक कागज दिखाया, जिस पर श्रेया यादव लिखा था।
धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘छात्रों की मौत की जब खबर आई तो मैंने कोचिंग संस्थान में फोन किया। उन्होंने बताया कि दो मौत हुई है। हालांकि नाम नहीं बताया। कोचिंग संस्थान में श्रेया यादव के एडमिशन के समय मैं उसके साथ था। जिन्होंने जन्म दिया है। वहीं जीवन का मोल समझ सकते हैं। मैं मांग करता हूं कि कोचिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया जाए।’