बिहार में शीतलहर का प्रकोप जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के 31 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए हल्के से मध्यम कोहरे की चेतावनी दी है।
विजिबिलिटी बेहद कम, दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा
राज्य के कई जिलों में सुबह के समय विजिबिलिटी बेहद कम (50 से 150 मीटर के बीच) दर्ज की जा रही है। कोहरे की घनी परत के कारण पटना, गया, पूर्णिया, भागलपुर, और मुजफ्फरपुर जैसे प्रमुख इलाकों में सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने इन परिस्थितियों में खास सावधानी बरतने की सलाह दी है।
31 जिलों में अलर्ट: यहां रहेगी कोहरे की मार
मौसम विज्ञान केंद्र ने जिन जिलों में अलर्ट जारी किया है, उनमें शामिल हैं: पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया, भागलपुर, बांका, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, गया, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, अरवल, पटना, जहानाबाद, नालंदा और बेगूसराय। इन जिलों में घने कोहरे के कारण सुबह के समय आवागमन में मुश्किलें आ सकती हैं।
पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 12 जनवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिससे तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। यह विक्षोभ 14 जनवरी की रात तक उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा। इस दौरान बिहार में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं।
तापमान का हाल
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में बिहार के ज्यादातर हिस्सों में निम्न तापमान की संभावना जताई है:
अधिकतम तापमान: 18-24 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान: 7-14 डिग्री सेल्सियस
सावधानी और सुरक्षा के उपाय
घने कोहरे में अनावश्यक यात्रा से बचें।
वाहन चलाते समय लो बीम हेडलाइट का इस्तेमाल करें और गति धीमी रखें।
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचें।
बिहार में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा और मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। घने कोहरे और ठंड के कारण होने वाली संभावित दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए सतर्कता आवश्यक है।