UPSC परीक्षा पास कर IAS जान्हवी दुबे पहुंची अपने गांव, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत : उत्तरप्रदेश के अमेठी जिला के बनवीरपुर निवासी जान्हवी दुबे ने यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में 324 वीं रैंक हासिल कर परिवार व जिले का नाम रोशन किया है। वह आईएएस का परिणाम घोषित होने के बाद पहली बार अपने गांव पहुंची। ग्रामीणों ने फूल मालाओं व ढोल नगाड़ों से भव्य स्वागत किया।
परिवारजन सनातन परंपरा के अनुसार जान्हवी को कुमकुम का तिलक कर अभिनंदन किया। जान्हवी अपनी मां सुधा दुबे, रिटायर्ड एडीशनल कमिश्नर पिता उमाशंकर दुबे व भाई कौस्तुभ दुबे के साथ गांव पहुंची।
संग्रामपुर विकासखंड के बनवीरपुर निवासी जाह्नवी दुबे रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर उमाशंकर दुबे की सुपुत्री हैं। वह 2017 में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एनआईटी कुरुक्षेत्र से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग ब्रांच से पढ़ाई पूरी की थी। और उसके बाद देश सेवा के लिए सिविल परीक्षा तैयारी प्रारंभ किया 2018 में यूपीपीसीएस की परीक्षा दी और जाह्नवी दुबे का वाराणसी में वाणिज्य कर विभाग (जीएसटी) में असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में चयन हुआ। जिसके बाद भी वह आईएएस बनने के सपने को लेकर वह पूरी लगन के साथ दिन-रात पढ़ाई में अपना समय देने लगी। कठिन परिश्रम से उन्हें सफलता हाथ लगी और आईएएस बनकर अपने माता-पिता व जनपद का नाम रोशन किया।
बुधवार को गांव पहुंचने की सूचना पर माता-पिता व क्षेत्र के लोगों ने भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें क्षेत्र के सम्मानित व बुजुर्ग लोग उपस्थित हुए। सभी लोगों ने उन्हें जीवन के पथ पर सदैव अग्रसर रहने व ईमानदारी कर्मठ निष्ठाता से कार्य करने का आशीर्वाद दिया। इस मौके पर जाह्नवी दुबे ने आए हुए लोगों व समाज को अपनी बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाने की अपील की और कहा कि शिक्षा में बेटा व बेटी में फर्क नही करना चाहिए जिससे वह आईएएस-पीसीएस बनकर अपने माता-पिता व क्षेत्र का नाम रोशन कर देश सेवा में योगदान दे सकें।
वहीं इस मौके पर जाह्नवी दुबे के पिता रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर उमाशंकर दुबे ने कहा कि उनके आईएएस बनने का सपना उनकी बेटी ने सरकार किया जिससे उनको अपार खुशी है। इस मौके पर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार सुधीर रंजन द्विवेदी, अरुण कुमार पांडेय, सोनू तिवारी, दीपक सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में सम्मानित लोग मौजूद रहे।