पाकिस्तान को लेकर कांग्रेस का प्रेम किसी से छिपा नहीं है। अब तक सिर्फ राजनीति में कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम नजर आता था। अब क्रिकेट में कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम खुलकर सामने आ गया है। जहां भारतीय क्रिकेट प्रेमी चाहते हैं कि 12 साल बाद भारत फिर से वर्ल्ड कप जीते, वहीं कांग्रेस के बड़े नेता पाकिस्तान के वर्ल्ड कप जीतने की इच्छा रखते हैं।शनिवार को जिस तरह भारत ने पाकिस्तान को एकतरफा मैच में धूल चटाई, यह विपक्ष के कुछ नेताओं को रास नहीं आई।
पहले सनातन की तुलना कीड़ों से करनेवाले तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने जयश्रीराम के नारे को लेकर भारतीय फैंस को निशाने पर लिया तो अब तमिलनाडु कांग्रेस महासचिव दिव्या मारुंथैया ने पाकिस्तान के वर्ल्ड कप जीतने की ख्वाहिश करके नया विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने न सिर्फ पाकिस्तान की जीत की प्रार्थना की है। साथ ही अपने ट्वीट में जयश्रीराम लिखकर उन लाखों भारतीय क्रिकेट प्रेमियों पर भी तंज कसा है, जो भारत की जीत पर स्टेडियम में जयश्रीराम के नारे लगा रहे थे।
क्या कहा
देश में धार्मिक उग्रवाद का मुद्दा उठाकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना करते हुए मारुंथैया ने एक्स पर भारत और न्यूजीलैंड के बीच 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भाजपा के झंडे के साथ भगवा समर्थकों की एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की।
कैप्शन में लिखा- “यह याद रखें?! ठीक है। यह देश धार्मिक चरमपंथियों से हार गया है। मुझे वास्तव में उम्मीद है कि PAK इस विश्व कप को जीतेगा। जयश्रीराम।”
उदयनिधि ने भी किया पाकिस्तान का समर्थन
तमिलनाडु कांग्रेस महासचिव दिव्या मारुंथैया से पहले तमिलनाडू सीएम के बेटे उदयनिधि ने भी स्टेडियम में जयश्रीराम के नारों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। तमिलनाडु मंत्री उदयनिधि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि भारत अपनी खेल भावना और मेहमान नवाजी के लिए जाना जाता है। पड़ोसी देश के खिलाड़ियों के साथ किया गया व्यवहार निम्न स्तर वाला है. उन्होंने कहा, ‘भारत अपनी खेल भावना और आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है। हालांकि, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वो अस्वीकार्य और निम्न स्तर वाला है।
रिजवान के आउट होने पर हुई थी नारेबाजी
दरअसल, सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पाकिस्तानी विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के गुजरने पर लोग नारे लगा रहे हैं। कई सारे लोगों ने कहा है कि ये नारेबाजी खेल भावना के खिलाफ है और खिलाड़ी को परेशान करने वाली है।
वहीं, कुछ ऐसे भी लोग रहे हैं, जिन्होंने फील्ड पर रिजवान के नमाज पढ़ने और गाजा के लोगों के खिलाफ खड़े होने का मुद्दा उठाया. उनका कहना है कि रिजवान ने खुद ही धर्म को फील्ड पर लाने का काम किया है।