अयोध्या राम मंदिर के लिए नवनियुक्त पुजारी की फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में अब कार्रवाई की गई है। दरअसल, कांग्रेस नेता हितेन्द्र पिठाड़िया ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, इसके बाद पूरा विवाद छिड़ गया। इस पोस्ट में एक व्यक्ति की किसी महिला के साथ वीजियो डाली गई थी। इसमें दोनों आपत्तिजनक स्थिति में थे। वहीं फर्जी वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ने अपने गले में माला पहने रखी थी और चंदन, तिलक भी लगाया हुआ था। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए हितेंद्र पिठाड़िया ने दावा किया था कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति राम मंदिर का नवनियुक्त पुजारी है।
हितेन्द्र की पोस्ट हुई वायरल
हितेंद्र पिठाड़िया ने अपनी पोस्ट में दावा किया था कि वह आदमी राम मंदिर का नवनियुक्त पुजारी है। हितेंद्र ने लिखा था कि क्या इसको अयोध्या राम मंदिर का पुजारी बना रहे हैं? वहीं यह तस्वीर शेयर करने के बाद थोड़ी ही देर में वायरल हो गई। कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने भी इस पोस्ट को अपने अकाउंट से शेयर कर दिया। बाद में पता चला कि पोस्ट में दिख रहा व्यक्ति राम मंदिर का नव नियुक्त पुजारी नहीं है और वीडियो फर्जी है। इसके बाद हितेंद्र पिठाड़िया पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगने लगे। हालांकि काफी विरोध के बाद हितेंद्र ने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया है।
साइबर सेल ने किया गिरफ्तार
वहीं अब धार्मिक भावनाएं आहत करने और फर्जी पोस्ट करने को लेकर साइबर पुलिस भी सक्रिय हो गई है। अहमदाबाद की साइबर सेल ने मामले का संज्ञान लेते हुए कांग्रेस नेता हितेन्द्र पिठाड़िया पर कार्रवाई की है। अहमदाबाद साइबर सेल ने कांग्रेस नेता हितेन्द्र पिठाड़िया को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि हितेन्द्र पिठाड़िया के खिलाफ IPC 469, 509, IPC 295A और IT act के तहत मामला दर्ज किया गया है। हितेंद्र पिठाडिया गुजरात कांग्रेस के अनुसूचित (SC) मोर्चा का अध्यक्ष है और MLA जिग्नेश मेवानी का खास बताया जा रहा है।