कांग्रेस ने 9 अक्टूबर को दिल्ली में पार्टी की वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक की। इस दौरान कांग्रेस ने इजराइल पर हमास के हमले में फिलिस्तीन का समर्थन किया है। बैठक के बाद कांग्रेस ने प्रस्ताव पास कर कहा कि मिडिल ईस्ट में हो रहे युद्ध में हजारों लोग मारे गए हैं, हमें इसका दुख है। CWC फिलिस्तीनी लोगों के जमीनी हक, स्वशासन, आत्मसम्मान और गरिमा से जीने के अधिकारों के लिए समर्थन को दोहराती है।
इस पर रिएक्शन देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कांग्रेस पर आतंकवाद और आतंकी संगठनों के समर्थन का आरोप लगाया है। जबकि बेकसूर लोग जान गंवा रहे हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा- इस रुख के साथ I.N.D.I गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी ने खुद को देश के सामने उजागर कर दिया है। कांग्रेस देश और उसके नागरिकों की रक्षा कैसे करेगी जब वह खुले तौर पर हिंसा के साथ खड़ी है।
बता दें कि जंग शुरू होने पर भारत सरकार ने 7 अक्टूबर को इजराइल का समर्थन किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि संकट की घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।
राहुल बोले- जहां हमारी सरकार, वहां जातीय गणना होगी
मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने कहा- जिन राज्यों में हमारी सरकार है, वहां जातिगत गणना होगी। छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना में हमारी सरकार आ रही है। हमारे पास जाति जनगणना का डेटा नहीं, सरकार अगर उस डेटा को रिलीज नहीं करती है तो जब हमारी सरकार आएगी, तब हम उसे रिलीज करेंगे।
राहुल ने कहा कि इस देश में किसकी कितनी आबादी है। सवाल यह है कि देश का जो धन है क्या वो इन लोगों के हाथ में है या नहीं। देश के संस्थानों में आदिवासी, ओबीसी, दलित कितने हैं? यही सवाल है। हिंदुस्तान के संस्थानों में कितने हैं। यही हम पूछ रहे हैं। प्रधानमंत्री कह रहे हैं आप देश को तोड़ना चाहते हैं, इस पर आप क्या कहेंगे?
इससे पहले मीटिंग में सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेता मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान खड़गे ने कहा- कल्याणकारी योजनाओं में सही हिस्सेदारी के लिए समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक डेटा होना जरूरी है। कांग्रेस लगातार देशव्यापी जातीय जनगणना की मांग उठा रही है, लेकिन इस मुद्दे पर BJP चुप है।