बिहार के वाल्मीकीनगर लोकसभा सीट पर छठा चरण में वोटिंग होनी है. इसको लेकर सभी पार्टी पूरी जोर लगायी हुई है. इसी कड़ी में सीएम नीतीश कुमार ने बगहा में रैली को संबोधित किया. इस दौरान सीएम नीतीश ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार करते हुए कहा की ये लोग कभी जातीय जनगणना नहीं करा सकते हैं. उन्होंने बगहा को राजस्व जिला बनाने का आश्वासन देते हुए चुनावी माहौल बदल दिया।
‘400 का आकड़ा पार होगा’: सीएम नीतीश कुमार ने 400 का आकड़ा पार करने की अपील की. इस दौरान उन्होंने बिहार में हुए जातीय जनगणना को अपने सरकार की बड़ी उपलब्धि बताते हुए लोगों से पूछा कि कांग्रेसिया कभी जातीय जनगणना करा सकता है क्या? उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से हामी भरवाते हुए जदयू प्रत्याशी सुनील कुमार को वोट करने की अपील की।
“जब मैं महागठबंधन के साथ था तो कांग्रेस जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं थी. जब मैं फिर एनडीए गठबंधन के साथ हूं तो कांग्रेस जातीय जनगणना का राग अलाप रहा है. ये लोग कभी जातीय जनगणना नहीं करा सकते हैं.” -नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
‘जंगल राज का सफाया’: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चम्पारण के इस मिनी चंबल की धरती से जंगल राज का सफाया करने की उपलब्धि गिनायी. उन्होंने आधी आबादी को आरक्षण और सात निश्चय योजनाओं के तहत किए गए कार्यों को लोगों से नहीं भूलने की अपील की. कहा की “बिहार में सुशासन के साथ हर क्षेत्र में विकास हुआ है. लाखों युवक युवतियों को नौकरी मिली है. 2025 से पहले 10 लाख युवाओं को शिक्षक बनाया जाएगा. अन्य क्षेत्रों में रोजगार का सृजन होगा.”
‘बगहा को राजस्व जिला बनाना है’: बता दें कि बगहा को राजस्व जिला बनाना यहां का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है. ऐसे में मंच से सीएम नीतीश कुमार ने बगहा को जिला बनाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि “चिंता मत कीजिए बगहा जिला बनेगा, इसकी प्रक्रिया चल रही है.” सीएम के इस आश्वासन पर लोगों ने खूब तालियां बजाईं।
दीपक यादव पर निशानाः शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से RJD प्रत्याशी चीनी मिल मालिक दीपक यादव उसी सरकार की जड़े खोदने में लगे हैं जिस सरकार ने उनको बगहा में स्थापित किया. उन्होंने दीपक यादव को दोहरा चरित्र का इंसान बताते हुए कहा कि “जब उन्होंने बगहा चीनी मिल को खरीदा था तो सुशासन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी. कहा था की जंगल राज का सफाया नहीं हुआ रहता तो उनका धंधा मंदा हो गया रहता. बावजूद इसके वे आज जंगलराज स्थापित करने वालों के गोद में बैठ गए हैं.”