बिहार पुलिस की दो थानों की टीमों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। राजधानी पटना को दहलाने की साजिश को बिहार पुलिस ने नाकाम कर दिया है। दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी बालू पर 71 नंबर गेट के पास तीन मंजिला मकान पर रेड की गई। बुधवार अलसुबह रूपसपुर और दीघा थाना की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर बम बनाने का सामान जब्त किया है। पुलिस ने बम बनाने की सामग्री पोटेशियम नाइट्रेट सुतली और लिक्विड नाइट्रेट के साथ 35 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। मामला सामने आने के बाद दूसरे थानों की पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। मामले की पुष्टि करते हुए दीघा थाना क्षेत्र डीएसपी 2 दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि पकड़ में आए पवन महतो का बड़ा भाई मिथलेश महतो इस अवैध कारोबार में लिप्त है।
पहले भी जेल जा चुका है मुख्य आरोपी
फरार मिथलेश महतो इंजीनियरिंग कर चुका है। वह पहले भी किसी मामले में जेल जा चुका है। आरोपी की तलाश की जा रही है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपी ने बरामद सामान से बम बनाने की बात को स्वीकार किया है। आरोपी के घर से आर्मी के प्रोटेक्टर जैकेट और पोटेशियम नाइट्रेट पाउडर, ज्वलनशील लिक्विड नाइट्रेट और 35 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार पवन महतो ने पुलिस की पूछताछ में कई राज खोले हैं। जिसके बारे में पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
इसी साल मई में ऐसा ही एक मामला बंगाल में सामने आया था। जहां बीरभूम जिले के सदाईपुर थाना इलाके के साहापुर ग्राम में पुलिस ने रेड कर बम बनाने का सामान जब्त किया था। इस मामले में शेख सहूर नाम के आरोपी को दबोचा गया था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रेड की थी। पुलिस के अनुसार आरोपी लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी फैलाना चाहता था। आरोपी से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। वह लंबे समय से गैरकानूनी काम कर रहा था।