मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर से बहुमत मिला है। यहां नए मुख्यमंत्री को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक माहौल गर्म है। कई नामों को लेकर चर्चाओं के बाजार तेज हैं। समर्थक अपने-अपने नेताओं को नया सीएम घोषित कर चुके हैं। वहीं दिल्ली में आज इसी विसह्य को लेकर पार्टी मुख्यालय में बड़ी बैठक होनी है। वहीं इसी बीच राजनीतिक सुधारों को लेकर काम करने वाले संगठन ADR की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
90 विधायकों के खिलाफ दर्ज हैं मामले
डेमोक्रेटिक रिफॉर्म एसोसिएशन (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 230 विधायकों में से इस बार 90 विधायक दागी चुने गए हैं। इन 90 विधायकों में से 34 के खिलाफ गंभीर अपराधों से जुड़े मामलों में केस दर्ज हैं। 90 दागी विधायकों में से 51 बीजेपी के हैं, 38 कांग्रेस और एक भारतीय आदिवासी पार्टी से है। हालांकि साल 2018 की तुलना में इस बार दागियों की संख्या थोड़ी कम हुई है। 2018 में 94 दागी विधायक चुने गए थे।
205 विधायक हैं करोड़पति
इसके साथ ही इस बार 230 में से 205 विधायक करोड़पति हैं। इन 205 विधयाकों में से 144 भाजपा से और 61 कांग्रेस से जुड़े हैं। 2018 में 187 विधायक करोड़पति थे। इसमें सबसे अमीर विधायक रतलाम से बीजेपी के चैतन्य कश्यप हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 296 करोड़ रुपये है। इसी तरह विजयराघवगढ़ के विधायक सत्येंद्र पाठक 242 करेाड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। वहीं, कांग्रेस में कमलनाथ 134 करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायकों में तीसरे नंबर पर हैं।