मोतिहारी के अरेरज प्रखंड के पीपरा पंचायत में गांव में मगरमच्छ घुसने से अफरा तफरी मच गयी।ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए मगरमछ को लाइट व लुकार जला कर हल्ला करते हुए खदेड़ा।उसके बाद मगरमच्छ गांव के पास छठ घाट के पास पोखर में घुस गया ।ग्रामीण रात भर रतजगा करते रहे।पंचायत मुखिया व ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को रात में ही सूचना दिया गया ।लेकिन वन विभाग वाहन नही होने की मजबूरी बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
जानकारी के मुताबिक, मोतिहारी के अरेरज प्रखंड के पीपरा पंचायत में गांव में मगरमच्छ घुसने से अफरा तफरी मच गया।ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए मगरमछ को लाइट व लुकार जला कर हल्ला करते हुए खदेड़ा।उसके बाद मगरमच्छ गांव के पास छठ घाट के पास पोखर में घुस गया। हालांकि, डर से ग्रामीण रात भर सो नहीं पाए। पंचायत मुखिया व ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को रात में ही सूचना दिया गया ।लेकिन वन विभाग वाहन नही होने की मजबूरी बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
वही अरेराज एसडीओ के निर्देश पर त्वरित दो चौकीदार को पोखर के पास डियूटी में तैनात किया गया है। यह मामला गोबिंदगज थाना क्षेत्र के गंडक तटवर्ती पीपरा पंचायत के जितवारपुर का बताया जा रहा है। अरेराज अनुमंडल क्षेत्र गंडक नदी में कुछ दिन पूर्व आये भीषण बाढ़ के कारण अभी आमलोगों के जनजीवन अस्त व्यस्त ही था कि पीपरा पंचायत के जितवारपुर बिंद टोली के पास रविवार रात अचानक मगरमच्छ दिखने से हड़कंप मच गया।गांव में मगरमच्छ के सूचना पर ग्रामीणों में अफरातफरी मच गया। ग्रामीण मगरमच्छ को देखते ही लाइट जलाते हुए हल्ला करने लगे। वही कुछ लोगो ने मगरमच्छ को खदेड़ते हुए वीडियो भी बनाया। मगरमच्छ की सूचना पर पंचायत मुखिया ऐश्वर्या मिश्रा उर्फ बाबू द्वारा त्वरित सूचना वन विभाग व प्रशासन को दिया गया।हल्ला सुन मगरमच्छ गांव के ही पोखरा में समा गया।जिसके कारण रातभर ग्रामीण रतजगा करते रहे।
इधर पीपरा पंचायत मुखिया ने बताया कि रात में ही वन विभाग को सूचना दिया गया।लेकिन वह विभाग गाड़ी नही होने की बात कहकर सुबह में आने की बात कहकर रह गए।सुबह तक वन विभाग की टीम स्थल तक नही पहुची थी।मगरमच्छ को लेकर ग्रामीणों में काफी भय का माहौल बना हुआ है।वही अरेराज एसडीओ अरुण कुमार द्वारा दो चौकीदार को स्थल पर प्रतिनियुक्त किया गया है।