पटना (बिहार) के तीन शिक्षक है देश-विदेश में काफी लोकप्रिय,नए जमाने के प्रसिद्ध शिक्षकों में बिहार के खान सर (Khan Sir) , आनंद कुमार ( Anand Kumar) और आरके श्रीवास्तव ( Rk Shrivastav) शामिल है।शिक्षा देने के सरल अंदाज व स्टाइल के कारण विद्यार्थी उनके फैन हैं। हम बात कर रहे हैं खान सर, आनंद कुमार, और मैथेमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव के बारे में..
(1)”खान सर”…
नए जमाने के वर्चुअल शिक्षकों की चर्चा हो और पटना वाले खान सर का नाम न आए, ऐसा नहीं हो सकता है। वर्तमान में खान सर एक यूट्यूब चैनल और ऐप पर कोचिंग क्लासेज देते है इस चैनल का नाम Khan GS Research Centre है, इसके अलावा खान सर ऑफलाइन कोचिंग भी पढ़ाते हैं। इनकी कोचिंग अटेंड करने के लिए एक बार में लगभग 2000 से ज्यादा विद्यार्थी आते हैं।
(2)”आरके श्रीवास्तव”…
आईआईटी की तैयारी पर छात्र लाखों खर्च करते हैं। अपने सपनों को पाने के लिए उन्हें गांव-शहर छोड़कर जाना भी पड़ता है। गरीब छात्रों के लिए यह चुनौती भरा होता है। ऐसे में आपसे कहा जाए कि मात्र एक रुपए में आईआईटी की तैयारी संभव है तो आप निश्चित तौर पर उछल पड़ेंगे। जी हां, ये संभव हो रहा है। ‘1 रु गुरु दक्षिणा’ प्रोग्राम के संचालक मैथेमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव कुछ ऐसी ही स्ट्रैटजी को लेकर प्रसिद्ध हो रहे हैं। इसमें वह गरीब छात्रों को ऑफलाइन और ऑनलाइन आईआईटी और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड की तैयारी करवाते है। 1 रु गुरु दक्षिणा वाले आरके श्रीवास्तव जिनका पूरा नाम रजनी कांत श्रीवास्तव है, बिहार के जाने-माने शिक्षक एवं विद्वान हैं। मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर आरके श्रीवास्तव अपने अनोखे शैक्षणिक कार्यशैली के लिए काफी प्रसिद्ध है, इन्हें आनंद कुमार की शैली के शिक्षकों में हमेशा शुमार किया जाता रहा है। आरके श्रीवास्तव ने सिर्फ 1 रु गुरु दक्षिणा में पढाकर लाखों निर्धन स्टूडेंट्स के सपने को साकार कर चुके है।
(3) “आनंद कुमार”:..
आनंद कुमार सुपर 30 के संस्थापक हैं, आनंद कुमार गरीब छात्रों को IIT की फ्री में कोचिंग क्लास देते हैं। आनंद कुमार एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक भी हैं। आनंद कुमार एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने गरीब छात्रों को मुफ्त में शिक्षा देकर उनकी काबिलियत को समझा है। इनका मुख्य उद्देश्य है कि गरीब छात्रों को IIT JEE में प्रवेश के लिए तैयारी कराना, खासकर ऐसे छात्र जो पैसे की कमी के बावजूद IIT में प्रवेश पाने का सपने देखता है। इसी वजह से इनके जीवन पर न सिर्फ एक फिल्म बनी है बल्कि इनको कई सारे राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
हम बिहार के तीन युवा महान शिक्षकों को सैल्यूट करते है, जो आधुनिक बिहार व हिन्दुस्तान को विश्वगुरू बनाने के लिए अगली पीढ़ी को लगातार शिक्षित करने का काम कर रहे हैं। ये तीनों लोकप्रिय शिक्षकों ने बिहार ही नहीं बल्कि देश और दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में अपना नाम किया है।