हैवानियत की हद पार, रोते हुए बच्चे को नहीं करा पाया शांत तो गला घोंटकर गड्ढे में दफनाया

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वीरप्पन, जिसके नाम से लोग डर जाते हैं। जिसके नाम से अब तक कई फिल्में भी बन चुकी हैं। उसी की फितरत का एक आदमी सीधी में पाया गया है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वीरप्पन ने जिस प्रकार अपने बेटे की हत्या कर दी थी, ठीक उसी प्रकार सीधी में भी एक व्यक्ति ने अपने बेटे को रोता देख उसका गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं इस दरिंदे ने अपने दुधमुंहे बच्चे को मारकर पास के ही खेत में गड्ढा खोदकर दफना दिया। लेकिन फिर 4 दिन बाद इस अंधी हत्या का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर दिया।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, 29 जनवरी को गिजवार मौहरी टोला में एक बच्चे का अज्ञात शव दिखाई दिया था। ये खबर जैसे ही फैली तो हड़कंप मच गया। हालांकि ये किसी को पता नहीं था कि वो बच्चे का शव किसका है। जब पुलिस को ये जानकारी मिली तो आज कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे के आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी मझौली दीपक सिंह बाघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि मौत का आरोपी उसका पिता ही निकला है।

ग्राम गिजवार सदनिहा टोला का आरोपी पिता प्रदीप सिंह गोड़ पिछले दो सालों से अपनी प्रेमिका विभा सिंह गोड़ के साथ सूरत में था। इसका एक बच्चा भी था, जिसकी हत्या हुई है। आरोपी ने यह भी बताया कि मृतक बच्चा आर्यन सिंह उसका ही बेटा था। इस संबंध मे प्रदीप सिंह और विभा सिंह के परिजनों को कोई जानकारी नहीं थी।

मां को छोड़कर बच्चा लेकर आया था गांव

पुलिस ने बताया कि प्रदीप सिहं गोड़ और विभा सिंह गोड़ अपने बच्चे आर्यन सिंह गोड़ को लेकर घर आ रहे थे। रीवा पुराना बस स्टेण्ड जाकर विभा सिंह ने प्रदीप सिंह गोड़ के साथ जाने से मना कर दिया। लेकिन प्रदीप सिंह गोड़ अपने बेटे आर्यन को लेकर 25 जनवरी को रात करीबन 10.30 बजे अपने घर गिजवार चला गया। मगर घर के पास पहुंचते ही बच्चा रोने लगा तो प्रदीप सिंह ने बच्चे आर्यन सिंह गोड़ को चुप कराने का प्रयास किया। लेकिन बिना मां के बच्चा जब चुप नहीं हुआ तो प्रदीप सिंह ने गांव वालों और घर के लोगों को बच्चे के बारे में पता ना लग जाए, इस डर से आर्यन सिंह की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद गांव के बलजीत सिंह गोड़ के खेत में गड्डा खोदकर बच्चे को गाड़ दिया और बच्चे के कपड़े और दूध की बोतल पास में ही छिपा दी।

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