सोशल मीडिया पर प्रसारित घर बैठकर कमाई के विज्ञापन के झांसे में न फंसें। साइबर अपराधी ठगी के लिए नए अंदाज में जाल बिछा रहे हैं। आगरा की एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती के साथ घटना हुई है। युवती ने इंस्टाग्राम पर घर बैठकर कमाई का विज्ञापन देखा था। वह एक टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ गई। फर्जी पोर्टल पर उसे मुनाफे की जानकारी दी गई। धीरे-धीरे 6.22 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता ने साइबर थाने में शिकायत की है।
भगवान कालोनी, शाहगंज निवासी राशि तिवारी ने साइबर थाने में शिकायत की है। वह राजस्थान में नौकरी करती हैं। पिछले दिनों अपने घर आई थीं। उन्होंने पुलिस को बताया कि नौ मई को इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखा। घर बैठकर कमाई के बारे में लिखा था। विज्ञापन पर क्लिक किया तो वह टेलीग्राम पर एक ग्रुप से जुड़ गईं। ग्रुप में बताया गया कि वीडियो लाइक और शेयर करके भी रुपये कमाए जा सकते हैं। उन्होंने ट्राई करने की सोची। उन्हें वीडियो भेजे गए। लाइक और कमेंट कराए गए। लगातार उन्हें नए ग्रुपों से जोड़ा गया।
बाद में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अच्छी कमाई का लालच दिया गया। पहले उनसे एक हजार रुपये लिए गए। कुछ घंटे बाद ही 1300 रुपये खाते में आ गए। इसके बाद उनसे तीन हजार रुपये लिए गए। इसके बदले उनके खाते में पांच हजार रुपये आए। उन्हें बताया गया कि क्रिप्टोकरेंसी में बहुत मुनाफा है। उन्होंने हजार लगाए। दस हजार मिले। 50 हजार लगाए तो खाते में डेढ़ लाख रुपये दर्शाये गए। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि साइबर अपराधियों ने फर्जी पोर्टल बना रखा था। उस पर मुनाफा दिखाते थे।
देखने वाले का लगता था कि उसे फायदा हो रहा है। रकम तो मिल ही जाएगी। उनके पास लगातार मुनाफा होने के मैसेज आने लगे। जब उन्होंने रकम खाते में भेजने को कहा तो उन्हें डराया गया। बताया कि टैक्स का मामला फंस गया है। जेल हो सकती है। वह घबरा गईं। इसकी जानकारी घर पर किसी को नहीं दी। धीरे-धीरे उनसे 17 मई तक 6.22 लाख रुपये ले लिए गए। उनसे और रकम मांगी जा रही थी। पीड़िता ने परिजनों को की घटना की जानकारी दी। रविवार को साइबर थाने में शिकायत की गई। पीड़िता ने रेंज साइबर सेल में भी शिकायत की।