बेगूसराय में साइबर अपराधियों की नई करतूत सामने आई है। साइबर बदमाशों ने पूर्व बाहुबली विधायक बोगो सिंह के बेटे सुमन सौरव को वीडियो कॉल के जरिए 7 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट किए रखा और वर्दी का रौब दिखाते रहे। स्कूल से घर खाना खाने जब नहीं पहुंचा तो परिजनों ने खोज भी शुरू की। उसके बाद परिजनों ने अपहरण का आशंका जताते हुए पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस हरकत में आई पूर्व विधायक के बेटे को साइबर अपराधियों की चंगुल से निकाला।
दरअसल, शुक्रवार की शाम उस वक्त अफरा तफरी का माहौल हो गया जब मटिहानी विधानसभा के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के बेटे सुमन सौरभ के गायब होने की बातें सामने आई। इसकी जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सुमन सौरभ को नगर थाना क्षेत्र के हर हर महादेव चौक स्थित एक निजी होटल से बरामद कर लिया। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
जानकारी के मुताबिक, मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व बाहुबली विधायक नरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के बेटे सुमन सौरव स्कूल चलाते हैं। उनका 13 सितंबर को साइबर अपराधियों ने सुमन सौरव को डिजिटल अपहरण कर लिया। सुमन जब दोपहर 1 बजे स्कूल से खाना खाने घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद शाम 5 बजे के आसपास परिजनों को शक हुआ तो उन्होंने तुरंत सूचना पुलिस को दी। सुमन सौरव का फोन लोकेशन ट्रैक किया। इसके बाद रात करीब साढ़े 9 बजे उन्हें हर हर महादेव चौक स्थित एक होटल से बरामद कर लिया गया।
डीएसपी भास्कर रंजन- 2 ने बताया कि सुमन सौरभ साइबर फ्रॉड के शिकार हुए थे तथा जालसाजों के द्वारा उनकी साइबर अरेस्टिंग की गई थी। उन्हें एक होटल में बैठाकर डराया धमकाया जा रहा था। सुमन सौरव को फोन कर कहा था कि उनके एक कोरियर में आपत्तिजनक सामग्री पाई गई है, जिससे उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। डराने के लिए अपराधियों ने वीडियो कॉल पर पुलिस की वर्दी पहने लोगों से भी बातचीत कराई। सुमन को अकेले किसी स्थान पर बैठने को कहा गया।
उन्होंने बताया कि एक मोबाइल नंबर से सुमन सौरभ के नंबर पर कॉल आया और उन्हें बताया गया कि उनके द्वारा कुरियर के माध्यम से नशीली वस्तुओं का आदान-प्रदान किया गया है तथा उक्त मामले में उनकी संलिप्तता पाई गई है तथा मोबाइल से ही वीडियो कॉल कर वर्दी का धौंस दिखाते हुए उन्हें डराया धमकाया गया तथा एकांत में बैठने को कहा गया। इसके बाद सुमन होटल में चले गए, जहां वे साइबर अपराधियों के कहने के अनुसार कार्य करते रहे। इस दौरान उन्हें किसी से भी बात करने से मना कर दिया गया था। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। SP मनीष के नेतृत्व में पुलिस ने सुमन को होटल से सकुशल बरामद कर लिया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।