Cyclone Dana : चेतावनी के बाद हाई अलर्ट पर तटरक्षक बल, त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार

Cyclone weather rain cloud

The severe cyclonic storm Remal is expected to make landfall between West Bengal's Sagar Island and the Khepupara coast near Mongla between 6:00 PM and 10:00 PM on May 26, with winds of 110-120 km/h and gusts up to 135 km/h. The IMD has issued a current warning in effect until May 28, which may be extended as necessary. Since morning, the sky over West Bengal has been cloudy, with rain and gusts. Even the birds are showing a flurry of activity in Tehatta, West Bengal, India, on May 26, 2024. (Photo by Soumyabrata Roy/NurPhoto via Getty Images)

Cyclone Dana : बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान को देखते हुए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) हाई अलर्ट पर है। मंगलवार को तटरक्षक बल ने अपने जहाजों और विमानों को किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए तैनात कर दिया है।

Cyclone Dana : भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य हिस्से में बने गहरे दबाव के चलते यह चक्रवात 25 अक्टूबर की सुबह ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से पुरी और सागर द्वीप के बीच 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकरा सकता है, जिसकी गति कुछ जगहों पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

Cyclone Dana : तटरक्षक बल की ओर से जारी एक बयान में मंगलवार को कहा गया है कि उन्होंने अपने जहाजों और विमानों को रणनीतिक रूप से तैनात कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। तटरक्षक बल के समर्पित जवान और संसाधन राहत, बचाव और सहायता के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

Cyclone Dana : तटरक्षक बल ओडिशा और पश्चिम बंगाल की स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ मिलकर समन्वित तरीके से काम कर रहा है, ताकि किसी भी संभावित आपात स्थिति का प्रभावी तरीके से सामना किया जा सके। पश्चिम बंगाल के हल्दिया और ओडिशा के पारादीप में तटरक्षक बल ने हेलीकॉप्टरों और दूरस्थ संचालन केंद्रों को तैनात कर दिया है, जहां से मछुआरों और समुद्र में नौवहन कर रहे लोगों को मौसम की चेतावनियां और सुरक्षा सलाह नियमित रूप से प्रसारित की जा रही हैं।

Cyclone Dana : बयान में यह भी कहा गया है कि सभी मछली पकड़ने वाले जहाजों को तुरंत किनारे लौटने और सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की सलाह दी जा रही है। साथ ही, समुद्र में किसी भी प्रकार की परेशानी की स्थिति में खोज और बचाव मिशन के लिए हेलीकॉप्टरों की तैनाती भी की जा रही है।

तटरक्षक बल ने मछुआरा समुदायों को गांव के मुखियाओं और अन्य माध्यमों से सूचित किया है, ताकि कोई भी मछुआरा चक्रवात के दौरान समुद्र में न जाए। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने पश्चिम बंगाल में नौ टीमों को तैनात किया है ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके।

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