चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने कहर बरपाना किया शुरू, ओडिशा में तेज हवाओं के साथ हो रही भारी बारिश
भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ बृहस्पतिवार दोपहर ओडिशा तट के नजदीक पहुंच गया तथा इसके प्रभाव के चलते राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के साथ ही तेज हवाएं चल रही हैं वहीं समुद्र भी अशांत है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने तटीय जिलों में लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास भी तेज कर दिये हैं। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्राकृतिक आपदा से एक भी व्यक्ति हताहत नहीं हो।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के शुक्रवार तड़के ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच पहुंचने का अनुमान है और हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक तक रह सकती है। आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘दाना’ पिछले छह घंटे के दौरान 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा है और यह पारादीप (ओडिशा) से लगभग 210 किलोमीटर दक्षिणपूर्व, धामरा (ओडिशा) से 240 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 310 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।
मौसम विभाग ने नवीनतम बुलेटिन में बताया, ‘‘चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने तथा 24 अक्टूबर की मध्य रात्रि से 25 अक्टूबर की सुबह तक पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट को पार करने का अनुमान है और इस दौरान हवा की रफ्तार 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है।” अधिकारियों ने बताया कि बालासोर, भद्रक, भितरकनिका और पुरी के कुछ इलाकों से पेड़ उखड़ने की खबरें मिली हैं, जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।
91 चिकित्सा दल तैनात किए
माझी ने बताया कि करीब तीन लाख लोगों को विभिन्न चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया है और यह अभियान जारी है। अब तक कुल 7,285 चक्रवात आश्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं और 91 चिकित्सा दल तैनात किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को स्थानांतरित करने और अवरुद्ध सड़कों को साफ करने के लिए अधिकारियों ने एनडीआरएफ के 19 दल, ओडीआरएएफ के 51 दल और अग्निशमन सेवा कर्मियों को भी लगाया है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले चार घंटों में पारादीप में सबसे अधिक 62 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर में 24 मिलीमीटर बारिश हुई।
उसने बताया कि दिन के दौरान भद्रक, बालासोर, जाजपुर, कटक, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और पुरी जिलों के कुछ हिस्सों में 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने के साथ मध्यम से तीव्र बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, ‘‘गंभीर चक्रवाती तूफान के बाद में थोड़ा पश्चिम और पश्चिम-दक्षिण दिशा में मुड़ने की संभावना है, जिससे 26 अक्टूबर के आसपास दक्षिणी ओडिशा में बारिश हो सकती है। हालांकि, तूफान के पहुंचने और हवा की गति के पूर्वानुमान अपरिवर्तित हैं।”
इस बीच, आईएमडी ने बृहस्पतिवार को सात जिलों – मयूरभंज, कटक, जाजपुर, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘लाल चेतावनी’ (कार्रवाई करें) जारी की है। इस अवधि के लिए पुरी, खुर्दा, नयागढ़ और ढेंकनाल सहित पांच जिलों में भारी बारिश के लिए ‘नारंगी चेतावनी’ (कार्रवाई करने के लिए तैयार रहें) जारी की गई है।
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