22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. देश-विदेश के 6 हजार लोग इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. बिहार के कुल 25 लोगों को निमंत्रण पत्र दिया गया है. मिथिला से दरभंगा राजपरिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह सहित तीन लोगों को आमंत्रण पत्र दिया गया है. जिसको लेकर राज परिवार व मिथिलावासियों में खुशी की लहर है।
दरभंगा राज परिवार को अयोध्या से निमंत्रण
कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि यह बड़ा सौभाग्य कि बात है कि ऐसे भव्य अवसर पर प्रत्यक्ष उपस्थिति का अवसर हमारे परिवार को मिला है. निश्चित रूप से यह हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद है. जिसके कारण हमें आज ऐसा अवसर मिला है. कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि मिथिलावासियों की ओर से प्रभु राम के लिए हमलोग सोने का मुकुट, चांदी की चरण पादुका और तीर धनुष ले कर जा रहे हैं. साथ ही दरभंगा का प्रतीक चिन्ह भी लेके जा रहे हैं।
यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है की 6 हजार लोगों में हमारा परिवार शामिल है. जिसमें 4 हजार संत ही हैं. सिर्फ 2 हजार लोग हैं जिसमें मैं भी हूं. मुझे लगता है की पिछले जन्म में मैने कुछ किया होगा या फिर मेरे पूर्वजों का आशीर्वाद है. जिसकी वजह से मुझे ऐसा अवसर मिला है.”-कपिलेश्वर सिंह, दरभंगा राज परिवार के सदस्य
4000 संतों को निमंत्रण
वहीं, निमंत्रण पत्र लेकर दरभंगा पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने कहा कि 500 वर्षों के बाद भगवान राम अपने जन्म स्थान पर पुनः प्रतिष्ठित होने जा रहे हैं. उसके लिए तीर्थ क्षेत्र न्यास निमंत्रण समिति, सम्पूर्ण विश्व और भारत में भेजा है. उसमें से 4 हजार पूज्य संतों को राम की नगरी अयोध्या बुलाया गया है. 2 हजार देश के प्रमुख लोगों को न्योता दिया गया है. जिसमें 50 लोग विदेश से शामिल हैं।
मिथिला से दरभंगा राज परिवार के कुमार कपलेश्वर सिंह, उनकी धर्म पत्नी और पुत्र को वहां पर आने के लिए हमलोग आमंत्रण पत्र देने के लिए पहुंचे हैं.”- जीवेश्वर मिश्र, केंद्रीय उपाध्यक्ष, विहिप