बेटी को ससुराल में जिंदा जलाया, मायके वालों ने सास-ससुर को जिंदा जलाया

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प्रयागराज के मुट्ठीगंज इलाके में एक महिला की संदिग्ध मौत के बाद हंगामा हो गया। अंशिका केसरवानी नामक महिला की मौत के बाद उसके मायके वालों ने ससुराल के घर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में सास शोभा देवी और ससुर राजेंद्र प्रसाद केसरवानी की जिंदा जलकर मौत हो गई।

पुलिस ने समय रहते पांच अन्य लोगों को बचा लिया। झलवा निवासी अंशिका केसरवानी की शादी फरवरी 2023 में मुट्ठीगंज के अंशु केसरवानी से हुई थी। सोमवार रात करीब 11 बजे ससुराल पक्ष ने अंशिका के मायके वालों को सूचित किया कि उसने दोपहर तीन बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मायके पक्ष के लोग जब मौके पर पहुंचे, तो अंशिका का शव देखकर कोहराम मच गया। उन्होंने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया और गुस्से में मकान के निचले हिस्से में आग लगा दी।

आग ने देखते ही देखते चार मंजिला मकान को अपनी चपेट में ले लिया। मकान के अंदर मौजूद सात लोग आग की लपटों में फंस गए। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि, सास शोभा देवी और ससुर राजेंद्र प्रसाद केसरवानी की मौत हो गई। देर रात आग बुझाने के बाद पुलिस ने दोनों के शव बरामद किए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अंशिका की मौत हत्या थी या आत्महत्या, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।

मायके पक्ष का आरोप है कि अंशिका की ससुराल वालों ने हत्या की। वहीं, ससुराल पक्ष का दावा है कि अंशिका ने खुद फांसी लगाई। डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि पुलिस ने आग में फंसे लोगों को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत की। अब मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। यह घटना विवाहिता के अधिकारों और ससुराल में महिलाओं के प्रति व्यवहार को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।

इलाके में तनाव का माहौल है, और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जांच और न्याय- इस हृदयविदारक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। न्याय के लिए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।