खत्म हुआ दाऊद इब्राहिम का खौफ, दिल्ली के सनातनी अजय ने लगाई बोली और 2 करोड़ में खरीद लिए दो प्लॉट

Dawood Ibrahim

भगोड़े सरगना दाऊद इब्राहिम की दो अचल संपत्तियां शुक्रवार को नीलामी में दो करोड़ रुपये से अधिक में बिकी हैं, लेकिन दो अन्य संपत्तियों के लिए कोई बोली नहीं लग सकी। ये संपत्तियां रत्नागिरी जिले में उसके पैतृक गांव मुंबके में हैं। दाऊद इब्राहिम कासकर मुंबई में 12 मार्च, 1993 को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट कांड का आरोपित है।

मिडडे के अनुसार, इन दोनों संपत्तियों के लिए सात व्यक्तियों ने बोलियां लगाईं। दोनों सफल बोलियां दिल्ली के वकील अजय श्रीवास्तव ने लगाईं। उन्होंने कहा,

मैं सनातनी हूं। अब मैं इन दोनों संपत्तियों पर स्कूल बनाने करने की योजना बना रहा हूं।

चार संपत्तियों की ई-नीलामी

मुंबई में शुक्रवार को दाऊद के परिवार की चार संपत्तियों की ई-नीलामी होनी थी। इनमें एक संपत्ति 170.98 वर्ग मीटर कृषि भूमि के लिए 2.01 करोड़ रुपए की अधिकतम बोली लगी। इसका आरक्षित मूल्य 15,440 रुपए निर्धारित किया गया था, जबकि दूसरी संपत्ति 1730 वर्ग मीटर की कृषि भूमि के लिए अधिकतम बोली 3.28 लाख रुपए की लगी। इसका आरक्षित मूल्य 1,56,270 रुपए निर्धारित किया गया था।

बता दें कि दोनों अचल संपत्तियां कृषि भूमि के रूप में दर्ज हैं, जबकि दो अन्य संपत्तियों की कोई बोली नहीं लग सकी। इनकी बोली दक्षिण मुंबई के आयकर भवन में लगाई गई।

दाऊद से संबंधित अबतक 11 संपत्तियां हुईं नीलाम

पिछले 10 वर्षों में सरकार ने मुंबई एवं महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में दाऊद एवं उसके रिश्तेदारों से संबंधित करीब 11 संपत्तियों की नीलामी की है। इनमें मुंबई का होटल रौनक अफरोज, शबनम गेस्ट हाउस एवं नागपाड़ा स्थित दामरवाला बिल्डिंग के छह कमरे भी शामिल हैं। इन संपत्तियों की नीलामी से सरकार को करीब 11 करोड़ रुपए मिले थे।

नवंबर 2020 में भी दाऊद के पैतृक गांव मुंबके में कुछ संपत्तियों की नीलामी की गई थी। हमेशा की तरह इस बार दाऊद से संबंधित संपत्तियों की ई-नीलामी के लिए निर्धारित शर्तों में कहा गया था कि ये संपत्तियां ‘जैसा है, जहां है’ और ‘जैसा है, जो है’ के आधार पर ही बेची जाएंगी। नीलामी में बिकी संपत्ति या संपत्तियों को हस्तांतरित या पंजीकृत कराने की जिम्मेदारी संपत्ति खरीदने वाले की होगी।

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.