भारतीय वायुसेना के एक जवान के हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए एयरफोर्स ने जीवित मानव दिल को एयरलिफ्ट के जरिए 26 जुलाई को नागपुर से पुणे पहुंचाया। इसके लिए एक ग्रीन कोरिडोर बनाया गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस बाबत रक्षा विज्ञप्ति में बताया गया कि एयरलिफ्ट के जरिए मानव हृदय को भारतीय वायु सेना के एएन-32 विमान से नागपुर से पुणे पहुंचाया गया। इस कारण यहां नागरिक प्रशासन द्वारा ग्रीन कोरिडोर बनाया गया ताकि मानव हृदय को भेजा जा सके।
ब्रेन डेड महिला के दिल को किया गया डोनेट
वायुसेना के जवान के में जो हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा रहा है वह एक ब्रेन डेड महिला का है। एयरफोर्स के विमान को उड़ान भरने में कुल 90 मिनट का समय लगा। प्रेस विज्ञप्ति के मातुबाकि दिल की डोनर महिला का नाम शुभांगी गण्यारपवार था जो कि 31 वर्यीय हैं। जानकारी के मुताबिक शुभांगी अपने पति और बेटी के साथ रहती थी। सिर में गंभीर सिरदर्द के बाद 20 जुलाई को नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां महिला को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद महिला के परिजनों ने यानी शुभांगी के पति और भाई की सहमति से शुभागी के हृदय, लीवर और दो किडनी चार लोगों को दान कर दी गई।
इस बाबत दक्षिणी कमान ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ग्रीन कॉरिडोर आईएएफ ट्रैफिक पुलिस नागपुर और पुणे और एससी प्रोवोस्ट यूनिट की ओर से प्रदान किया गया। बता दें कि ट्रांसप्लांट के लिए मानव अंगों को तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा सके। इस कारण ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाता है। इस दौरान ट्रैफिक विभाग द्वारा खास प्रबंधन किया जाता है जिसके जरिए जल्द से जल्द गंतव्य तक पहुंचा जा सके।