बिहार में लगातार मानसून की बारिश लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. कई जिलों में जोरदार बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की मौत की भी खबर सामने आई है. बांका में बुधवार सुबह से देर रात तक हुई बारिश के बीच वज्रपात की चपेट में आने से खेत में काम कर रहे तीन किसान और बहियार में गाय चरा रही एक महिला आ गई, जिससे चारों की मौत हो गई।
बांका में गई कई लोगों की जान: बांका के अमरपुर क्षेत्र के पुरनचक गांव के पास कोलबिघिया बहियार में ठनका गिरने से खेत में काम कर रही एक वृद्ध की मौत हो गई. दक्षिणी कटेली पंचायत के कोरिया चापर गांव निवासी 55 वर्षीय भीम यादव अपने खेत में बिचड़ा तैयार कर रहे थे, इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई. वहीं छत्रपाल पंचायत के भोड़ा गांव निवासी बच्चू यादव की भी खेत में काम करने के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई. रांगा बसटोला निवासी उमेश राऊत की 55 वर्षीय पत्नी रेखा देवी बहियार में गाय चराने गई थी, इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई।
बिहार में वज्रपात से मौतः बीते 24 घंटे में वज्रपात से बिहार के कई जोलों में कुल 32 लोगों की मौत हुई है. जिसमें सिवान में 1, नालंदा में 2, लखीसराय में 2, रोहतास में 2, जहानाबाद में 2, कैमूर में 2, मसौढ़ी में 2, नौबतपुर में 2, सुपौल में 1, खगड़िया में 1, छपरा में 1, मुंगेर में 1, पश्चिम चंपारण में 1, आरा में 1, और पालीगंज में 1 शख्स की मौत हुई है।
पीड़ितों को मिलेगा चार-चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान: बिहार में वज्रपात की वजह से हुई मौतों को देखते हुए पीड़ित परिवारों के लिए सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने सभी मृतक के परिवार को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश जारी किया है. सीएम ने कहा है कि आपदा के इस समय में वे पीड़ित परिवारों के साथ हैं. वहीं लोगों से लगातार खराब मौसम में सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग समय-समय पर सुझाव जारी कर रहा है।