इस वक्त की बड़ी खबर छत्तीसगढ़ का निकाल कर सामने आ रही है। जहां सीएम फेस को तय कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णुदेव साय होंगे। इस बात का फैसला बीजेपी विधायक दल की बैठक में हुआ है। विष्णुदेव साय आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। विष्णुदेव साय बड़ा चार बार सांसद, दो बार विधायक, केंद्रीय राज्य मंत्री और दो-दो बार के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही सारे को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी है। ऐसे में अब बीजेपी विधायक दल की बैठक में इनके नाम पर सहमती बनी है।
आलाकमान के गुड बुक में हैं साय
विष्णु देव साय 2 बार विधायक और 20 साल तक सांसद रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कुछ सांसदों के टिकट काटने की बात आई तो साय ने सबसे पहले अपना नाम आगे कर दिया। रायगढ़ लोकसभा उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। इसका केंद्रीय नेतृत्व पर असर अच्छा पड़ा। साय पूर्व सीएम रमन सिंह के भी करीबी हैं। इससे पहले विष्णु देव साय 2006 से 2013 तक छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में श्रम रोजगार, खान एवं इस्पात राज्य मंत्री थे।
पूर्व सीएम रमन सिंह के करीबी
दरअसल, विष्णु देव साय राज्य के पूर्व सीएम रमन सिंह के करीबी माने जाते है। सरल स्वभाव के विष्णु देव साय की आदिवास समाज में काफ़ी असर है। राजनीति के साथ ही साय सेवा कार्य में भी उनका योगदान है। ऐसे में अब भाजपा के तरफ से छत्तीसगढ़ के लिए केंद्र के तरफ से भेजे गए पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत गौतम की रायपुर में नव निर्वाचित विधायकों के साथ बैठक में ये फैसला किया गया है कि यहां के नए सीएम विष्णुदेव साय होंगे। रायपुर स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में सभी ने मिलकर विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने पर मुहर लगाई है।
मालूम हो कि, विष्णु देव साईं का जन्म छत्तीसगढ़ राज्य में जशपुर जिले के बगिया गाँव के किसान परिवार राम प्रसाद साई और जशमनी देवी के घर हुआ था। उन्होंने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुनकुरी, जशपुर, छत्तीसगढ़ में प्राप्त की। उन्होंने 1991 में कौशल्या देवी से शादी की और उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। पेशे से एक किसान से राजनीतिज्ञ बनेविष्णु देव, भारत की 16 वीं लोकसभा के सदस्य हैं और भारत सरकार के इस्पात और खान राज्य मंत्री भी थे ।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत
आपको बताते चलें कि, 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर 1990 से 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे।
पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है।